गलगोटिया विश्वविद्यालय में एआईसीटीई एटीएएल एडुस्किल्स 6 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का हुआ भव्य शुभारंभ
ग्रेटर नोएडा:गलगोटियास विश्वविद्यालय में एआईसीटीई एटीएएल एडुस्किल्स फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) के पहले दिन का शुभारंभ अत्यंत उत्साह के साथ किया गया। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का आयोजन गलगोटिया विश्वविद्यालय के विद्युत, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एडुस्किल्स फाउंडेशन और माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी के सहयोग से किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को एम्बेडेड सिस्टम्स के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है।
दीप प्रज्वलन एवं स्वागत संबोधनकार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके पश्चात आयोजन सचिव ने सभी गणमान्य अतिथियों, प्रतिभागियों और विशेषज्ञों का हार्दिक स्वागत किया।
संबोधनमाननीय कुलपति, डॉ. के.एम. बाबू ने अपने उद्घाटन भाषण में तकनीकी शिक्षा में नवाचार और सतत् सीखने की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षकों को प्रोत्साहित किया कि वे इस अत्याधुनिक तकनीक को अपने शिक्षण में शामिल करें और छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करें।
प्रो-वाइस चांसलर, डॉ. अवधेश कुमार ने शिक्षा और उद्योग के बीच सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को अनुसंधान और अंतरराष्ट्रीय प्रकाशनों में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
गलगोटिया विश्वविद्यालय के माननीय चांसलर, श्री सुनील गलगोटिया ने अपने विशेष संबोधन में कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम शिक्षकों को तकनीकी रूप से दक्ष और अनुसंधान के प्रति जागरूक बनाने में सहायक होते हैं। उन्होंने उद्योगों के साथ सहयोग बढ़ाने और नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
गलगोटिया विश्वविद्यालय के सीईओ, डा० ध्रुव गलगोटिया ने एम्बेडेड सिस्टम्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य में प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने शिक्षकों को इस कार्यक्रम से अधिकतम लाभ उठाने और नवाचार को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री प्रभुपाद समल (एडुस्किल्स फाउंडेशन) ने एम्बेडेड सिस्टम्स की मूलभूत जानकारी पर एक विस्तृत तकनीकी सत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने माइक्रोचिप किट्स का उपयोग करके एम्बेडेड आर्किटेक्चर, माइक्रोकंट्रोलर और प्रोग्रामिंग की बारीकियों को समझाया। प्रतिभागियों ने इस सत्र में गहरी रुचि दिखाई और महत्वपूर्ण तकनीकी प्रश्न पूछे।
कार्यक्रम का समापन डॉ. मीनाक्षी अवस्थी (विभागाध्यक्ष) के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। उन्होंने सभी गणमान्य व्यक्तियों, विशेषज्ञों और प्रतिभागियों को इस ज्ञानवर्धक सत्र को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया।
प्रतिभागी माइक्रोचिप एम्बेडेड सिस्टम्स में गहरी समझ प्राप्त करने और उद्योग सहयोग के नए अवसरों को तलाशने के लिए उत्साहित दिखे।