बुलन्दशहर

मंदिर जाना हुआ दुश्वार नागेश्वर मंदिर रोड पर फिर हुआ भीषण जलभराव 

एस डी एम सदर के आदेश हुए हवा हवाई 

औरंगाबाद (बुलंदशहर )नागेश्वर मंदिर रोड पर आये दिन हो रहे भीषण जलभराव से श्रृद्धालुओं की जान सासंत में है। कींचड गन्दे बदबूदार पानी और लबालब नालियों से निकल कर सड़क पर फैले मैले से होकर गुजरने को बाध्य श्रृद्धालु निकम्मे शासन प्रशासन को जी भर कर कोसते साफ़ नज़र आ रहे हैं।

औरंगाबाद नगर पंचायत के प्राचीन नागेश्वर मंदिर परिसर और मंदिर रोड पर आये दिन जलभराव होता है। मामूली बारिश से ताल तलैया बने दिखाई देते शासन प्रशासन और नगर पंचायत के सर्वे सर्वाओं को मूंह चिढ़ाते नज़र आते हैं। मंदिर जाने वाले श्रृद्धालुओं को बेबसी में इसी मार्ग से होकर गुजरना पड़ता है जहां कीचड़ बदबूदार पानी मैला कूड़ा-करकट जमा हो जाता है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मंदिर जाने वालों को ही इस परेशानी का सामना करना पड़ता है हजारों स्कूली बच्चों, आसपास के रहने वाले बाशिंदों को भी भारी तकलीफ़ उठानी पड़ती है लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं होती है।

ऐसा नहीं है कि नगर पंचायत द्वारा इस समस्या के समाधान हेतु कोई कदम नहीं उठाया गया हो। चर्चा है कि पचासों लाख रुपए का भारी भरकम व्यय इस समस्या के स्थाई समाधान के नाम पर खर्च कर डकार लिए गए वो और बात है कि समस्या का स्थाई समाधान तो दूर अस्थाई समाधान तक संभव नहीं हो सका। अफसोस तो यह देख कर होता है कि प्रदेश में भाजपा सरकार है केंद्र में भाजपा सरकार है। सांसद विधायक तक भाजपा के हैं और तो और जिलापंचायत तक में भाजपा सुशोभित है। प्रदेश में कड़क तेवरों वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी हैं उनके राज में ऐसा हो रहा है और प्रशासनिक अधिकारी चैन की बंशी बजा रहे हैं यह आम जनता की समझ से परे है।

उल्लेखनीय है कि एस डी एम सदर दिनेश चंद्रा ने दो दिन पहले ही नागेश्वर मंदिर परिसर पहुंच कर कांवड़ यात्रा सुचारू रूप से संपन्न कराये जाने हेतु मंदिर परिसर में व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। मंदिर के महंत आचार्य कुलदीप शास्त्री ने उन्हें अवगत कराया था कि मंदिर रोड पर आये दिन भीषण जल भराव होता है जिससे श्रृद्धालुओं को मंदिर पहुंचने में भारी असुविधा होती है। एस डी एम सदर ने नगर पंचायत कर्मियों को समस्या समाधान कराये जाने के कठोर निर्देश दिए थे लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। रविवार की रात्रि में हुई बारिश से मंदिर मार्ग पर भीषण जल भराव हो गया।

नागेश्वर मंदिर के सेवादारों ने स्थिति को दयनीय बताते हुए जिलाधिकारी से मिलने और समस्या समाधान कराये जाने की मांग करने की बात कही है। देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में होने वाली कांवड़ यात्रा और कांवड़ मेला सकुशल संपन्न कराने में शासन प्रशासन कहां तक कामयाब रहेगा।

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!