दनकौर

आस्था:प्राचीन वनखण्डी महादेव मंदिर पर श्रद्धालु कांवड़ लाकर शिवलिंग पर करेंगे जलाभिषेक

माना जाता है कि लगभग 700 वर्ष पुराने इस मंदिर में स्थापित पाताली शिवलिंग"पर भक्तों की होती है मनोकामनाएं पूर्ण

मिर्ज़ापुर( ग्रेटर नोएडा) सेक्टर-18, जिला गौतम बुद्ध नगर (उ.प्र.) स्थित प्राचीन वनखण्डी महादेव मंदिर, एक अत्यंत प्रभावशाली और रहस्यमयी धार्मिक स्थल है, जिसकी लोकमान्यता और आस्था हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। लगभग 700 वर्ष पुराना यह मंदिर अपने आप में ऐतिहासिक महत्व रखता है। मंदिर का शिवलिंग पाताल से उद्भवित माना जाता है, जिस कारण इसे “पाताली शिवलिंग” भी कहा जाता है। प्राचीन काल में यह मंदिर घने और शांत वन क्षेत्र से घिरा हुआ था, इसी कारण इसे वनखण्डी महादेव के नाम से जाना जाने लगा। ऐसी मान्यता है कि यहां बाबा बालकनाथ जैसे तपस्वी संत महंत के रूप में निवास कर चुके हैं। यह स्थान दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है, जो कांवड़ लाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से यहां जल चढ़ाता है, उसकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।

यहाँ का वातावरण भक्तिमय रहता है, जहाँ हनुमान चालीसा केंद्र के माध्यम से युवा व छोटे बच्चे भी प्रभु की नित्य पूजा में भाग लेते हैं और स्थानीय निवासी मंदिर में आयोजित कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है, यहांं हर वर्ष सावन केे महीने में हजारोंं भक्त आतेे हैं,

 

 

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