गुरु पर्व पर बिरोंडी गाँव में गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग ने दान अभियान किया आयोजित

ग्रेटर नोएडा:गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग ने गुरु पूरब के पावन अवसर पर बिरोंडी गाँव में जरूरतमंदों के लिए दान अभियान का सफल आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय निवासियों और प्रवासी मजदूरों की सहायता करना था।
विश्वविद्यालय के छात्रों ने डोनेशन बॉक्स के माध्यम से विश्वविद्यालय परिसर से कपड़े, जूते, बैग, चादरें और अन्य आवश्यक सामग्री एकत्रित की। तत्पश्चात, इन वस्तुओं का वितरण बिरोंडी गाँव की झुग्गी बस्तियों में निवास कर रहे परिवारों के बीच किया गया।
समाज कार्य विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. राहुल कपूर ने बताया कि विभाग द्वारा समय-समय पर ऐसे सामाजिक पहल वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनके माध्यम से आसपास के कस्बों और गाँवों में रहने वाले लोगों तथा बच्चों तक शिक्षा, दवाइयाँ, सेनेटरी पैड जैसी आवश्यक सुविधाएँ पहुँचाने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि विभाग द्वारा विभिन्न अस्पतालों के सहयोग से स्वास्थ्य शिविरों का भी नियमित रूप से आयोजन किया जाता रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।
गौरतलब है की गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राणा प्रताप सिंह सदा ही जीबीयू के छात्रों को सामाजिक कार्यों को करने के लिए प्रेरित करते हैं जिससे की जीबीयू के छात्र अच्छी शिक्षा पाने के साथ साथ देश के अच्छे नागरिक भी बन सकें ।
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता (शैक्षिक) प्रो. राजीव वार्ष्णेय ने छात्रों की इस मानवीय पहल की सराहना करते हुए उन्हें भविष्य में भी ऐसे अभियान निरंतर चलाने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं, कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने समाज कार्य के माध्यम से मानवता और सामाजिक संवेदनशीलता को बढ़ाने की बात कही।
यह अभियान स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज़ एंड सोशल साइंसेज़ की डीन प्रो. वंदना पांडेय के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ, जो सदैव छात्रों को सह-पाठ्यक्रमिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करती हैं। समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ए. पी. सिंह ने कार्यक्रम के संयोजक के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई और छात्रों की इस नेक पहल की प्रशंसा की।
दान वितरण के दौरान समाज कार्य विभाग के संकाय सदस्य और छात्र ब्राइटसन, खुशी, केशव एवं शलभ उपस्थित रहे और अभियान को सफल बनाने में योगदान दिया।
इस दान अभियान ने न केवल जरूरतमंदों की सहायता की, बल्कि विश्वविद्यालय के छात्रों में मानवीयता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी सशक्त किया।





