द्रोण मेला: अवैध रूप से छल्ला फेंककर रुपये कमाने के धंधे को मेला प्रभारी ने चेतावनी देकर कराया बंद
मेले के अंदर किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे गैर कानूनी काम -आशीष यादव मेला प्रभारी
छल्ला फेंककर रुपये कमाने के चक्कर में ठगे जा रहे थे युवा
दनकौर : दनकौर कस्बे में श्री गुरु द्रोणाचार्य मंदिर प्रांगण में कृष्ण जन्मोत्सव ( जन्माष्ठमी) के अवसर पर लगने वाले मेले को देखने के लिए रोजाना काफी संख्या में युवा व स्टूडेंट पहुंच रहे हैं। मेले में तरह तरह के झूले लगे हैं। साथ ही खेल खिलौने की दुकान लगी है । इसी मेले में एक स्टाल पर युवाओं की काफी भीड़ देखने को मिल रही थी यहां छल्ला फेंककर युवा ठगा महसूस कर रहे थे। दरअसल स्टाल पर साबुन की 100 से अधिक टिक्की थी जिन पर नकली रुपयों को चिपकाया गया । स्टाल संचालक के पास लकड़ी व लोहे के काफी छल्ले मौजूद होते हैं दावा है कि छल्ला जिस साबुन की टिक्की पर गिरेगा उस पर चिपकी हुई रकम का ग्राहक को भुगतान किया जाना होता है लेकिन एक छल्ला फेंकने के एवज में ग्राहक से 50 रुपये वसूले किए जाते हैं। मेला देखने आये अधिकांश युवा अधिक रुपये कमाने के चक्कर में इसी की तरफ आकर्षित होकर घर से लायी गयी रकम को गंवा रहे थे
मिली जानकारी अनुसार लोगों को झांसे में लेकर स्टाल संचालक रोजाना लगभग 30 हजार से अधिक रुपये की कमाई कर रहा है। स्थानीय मेलों में वर्षों पूर्व यह जुआ धड़ल्ले से खेला जाता था लेकिन लोगों द्वारा विरोध करने बाद यह बंद कर दिया गया था। लेकिन युवाओं को अधिक रकम कमाने के झांसे में लेने का यह खेल दोबारा शुरू कर दिया गया । जुआ पर प्रतिबंध के बावजूद भी मेला कमिटी द्वारा इसकी अनुमति दी गई है जिसके चलते युवा और बच्चे रोजाना ठगी का शिकार हो रहे थे। लोगों का कहना है कि इस तरह के खेलों के द्वारा युवाओं में जुआ की लत लग सकती है।
कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र सिंह का कहना है कि सूचना मिलने के बाद जांच कर संबंधित स्टाल को बंद करा दिया गया है वही मेला प्रभारी आशीष यादव ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि मेले के अंदर किसी भी तरह का गैर कानूनी कार्य नहीं करने दिया जाएगा यदि ऐसा करते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी,