आस्था

मोक्षदायिनी है भागवत कथा, कथा श्रवण से होता है पापों का नाश- आचार्य सोनेंद्र कृष्ण शास्त्री 

औरंगाबाद (बुलंदशहर )श्री धाम वृंदावन से पधारे भगवताचार्य सोनेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भागवत महापुराण श्रवण से मनुष्य के पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। तथा मनुष्य के जीवन में सुख शांति आती है। शास्त्री जी सोमवार को प्राचीन नागेश्वर मंदिर परिसर स्थित रामलीला मैदान में आयोजित सप्त दिवसीय भागवत कथा महोत्सव के प्रथम दिवस पर व्यास गद्दी से सैकड़ों श्रद्धालुओं को भागवत कथा का श्रवण लाभ करा रहे थे। उन्होने कहा कि चौरासी लाख योनियों में मनुष्य जीवन सबसे महत्वपूर्ण योनि है। सिर्फ इसी योनि में जीव अपने मोक्ष को प्राप्त कर सकता है। भागवत कथा मोक्षदायिनी है अतः प्रत्येक व्यक्ति को सब काम छोड़कर भागवत कथा कथा श्रवण और मनन करते हुए उसके आदर्श अपनाने चाहिए और अपने जीवन में उनका अनुसरण करना चाहिए तभी उसे मोक्ष प्राप्त हो सकता है।

भगवताचार्य सोनेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कथा के प्रथम दिवस भागवत महत्व,नारद मुनि की भक्ति, और धुंधकारी के मोक्ष की कथा का श्रवण कराया। उन्होने कहा कि भगवान की भक्ति सबसे बड़ा धर्म है इससे भवसागर से पार पाना संभव है।

धुंधकारी ऋषि होते हुए भी अपने नीच कर्मों के कारण नरक में पहुंच गए लेकिन भगवान की कृपा से उन्हें भी मोक्ष प्राप्त हुआ। क्योंकि भगवान की भक्ति और कृपा सदैव मोक्षदायिनी है।

कथा के मध्य गायक कलाकारों शिवम् शर्मा,शिवम लाड़ला और सक्षम भारद्वाज ने भक्ति गीतों का अजब समां बांधा। भक्ति गीतों से श्रृद्धालु भावविभोर हो उठे।

आयोजक कृष्ण भारद्वाज प्रीतम सिंह राहुल सैनी चेतन कंसल गोलू पंडित सतीश बबलू सारंग आदि ने व्यवस्था बनाने में सहयोग किया। सैकड़ों नर-नारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

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