गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में “लॉटस इन दा डेजर्ट ” विषय पर विशेष व्याख्यान संपन्न
प्रो. चपला वर्मा (USA) ने थेरवाद ननरी पर किया विचार-विमर्श

ग्रेटर नोएडा: गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय द्वारा “लॉटस इन दा डेजर्ट: महाप्रजापति – थेरवाद ननरी इन कैलिफ़ोर्निया” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान अमेरिका की अमेरिकन पब्लिक यूनिवर्सिटी सिस्टम्स में दर्शन और धर्म की प्रोफेसर प्रो. चपला वर्मा ने प्रस्तुत किया।
अपने व्याख्यान में प्रो. वर्मा ने कैलिफ़ोर्निया स्थित महाप्रजापति ननरी की चर्चा की, जहाँ ननों की परंपरा का पुनर्जीवन किया जा रहा है, जो कई सदियों से लुप्तप्राय थी। उन्होंने बताया कि 20वीं शताब्दी में भारत, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के भिक्षुओं ने महिला साध्वियों को भिक्षुणी के रूप में स्वीकार किया, किंतु थाईलैंड और म्यांमार जैसे प्रभावशाली थेरवाद देश अब तक इसे मान्यता नहीं देते।
प्रो. वर्मा ने तीन प्रेरणादायक जीवन कथाएँ साझा कीं—एक एनेस्थेटिस्ट, जो आज महाप्रजापति ननरी की प्रमुख हैं; एक पूर्व सैनिक, जिन्होंने जीवन के उत्तरार्ध में दीक्षा ली; और एक युवा साधिका, जिन्हें 21 वर्ष की आयु में सन्यास लेने के बाद कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अनुभव समान रूप से महत्वपूर्ण है और समय आ गया है कि करुणा का उपदेश देने वाले भिक्षु, महिला साध्वियों को भी समान अधिकार प्रदान करें।
कार्यक्रम का स्वागत भाषण विभागाध्यक्ष एवं निदेशक (इंटरनेशनल अफ़ेयर्स ) डॉ. चंटाला वेंकटा शिवसाई ने दिया। प्रबंधन संकाय की प्रो. श्वेता आनंदा ने प्रो. चपला वर्मा का सम्मान किया, वहीं अमेरिका में क्रिमिनल जस्टिस विषय पर कार्यरत प्रो. अरविंद को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डॉ. ज्ञानदित्य शाक्य, डॉ. प्रियदर्शिनी मित्रा, डॉ. मनीष टी. मेश्राम, संकाय सदस्य, भिक्षु-भिक्षुणियाँ तथा बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे।