ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भवन में शीघ्र खुलेंगे कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय और एचडीएफसी बैंक
राजेश बैरागी (स्वतंत्र पत्रकार व लेखक)
अपने खर्चों और विकास कार्यों पर खर्च होने वाली धनराशि के मामले में आत्मनिर्भर होने की दिशा में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। नॉलेज पार्क 4 स्थित प्राधिकरण भवन के अरसे से खाली पड़े एक हिस्से को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) को किराए पर देने की तैयारी कर ली गई है। इसके साथ ही एचडीएफसी बैंक को भी प्राधिकरण भवन में लाने की तैयारी चल रही है। दोनों कार्यालय आने से प्राधिकरण को लाखों रुपए महीने का किराया मिलेगा, वहीं क्षेत्र के निवासियों को भी सुविधाएं प्राप्त होंगी।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी एन जी रवि कुमार द्वारा प्राधिकरण को आय-व्यय के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।इसी क्रम में प्राधिकरण भवन के खाली पड़े अनुपयोगी हिस्सों को किराए पर देने की योजना बनाई गई है। यातायात और आम नागरिकों की पहुंच की दृष्टि से प्राधिकरण भवन की लोकेशन खास है। यहां अपने कार्यालय खोलने के लिए सरकारी और निजी संस्थान काफी इच्छुक बताए जाते हैं। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत श्रमिकों को भविष्य निधि की सुविधा प्रदान करने के लिए ईपीएफओ ने प्राधिकरण भवन में कार्यालय खोलने की इच्छा जताई है। प्राधिकरण भवन के बी ब्लॉक में दूसरे तीसरे और चौथे तल पर ईपीएफओ का कार्यालय खोलने पर बात बन गई है। कारपेट एरिया के आधार पर लगभग ढाई लाख रुपए प्रतिमाह किराया तय किया गया है। आगामी तीन माह में यह कार्यालय यहां अपना कामकाज शुरू कर सकता है।इसी प्रकार एचडीएफसी बैंक भी प्राधिकरण भवन में अपनी उच्चस्तरीय शाखा खोलने के लिए अधिकारियों से वार्ता कर रहा है। बैंक को दिए जाने वाले स्थान के लिए भी लाखों रुपए प्रतिमाह किराए के रूप में प्राधिकरण को प्राप्त होंगे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि अभी तक प्राधिकरण एसबीआई में 2700 करोड़ रुपए की एफ डी करा चुका है।इसे किसी भी परिस्थिति में दो वर्ष से पहले खंडित नहीं किया जा सकेगा। इस धनराशि से मिलने वाले लगभग सवा तीन करोड़ रुपए प्रतिमाह के ब्याज से प्राधिकरण अपने दैनिक खर्च व विकास कार्य कराएगा जबकि मूल धन पूरी तरह सुरक्षित रखा जाएगा,