अनामिका शुगर मिल में कृषक गोष्ठी आयोजित
उप गन्ना आयुक्त मेरठ रहे मुख्य अतिथि, फसल सुरक्षा फसल उत्पादन प्रजातीय बदलाव हेतु टिप्स दिए

औरंगाबाद( बुलंदशहर)अनामिका शुगर मिल में शरद कालीन गन्ना बुवाई परिपेक्ष्य में एक कृषक गोष्ठी आयोजित हुई। गोष्ठी में विषय विशेषज्ञों ने कृषकों को गन्ना बुवाई उत्पादन प्रजातीय बदलाव हेतु टिप्स दिए।
अनामिका शुगर मिल परिसर में रविवार को आयोजित कृषक गोष्ठी का शुभारंभ उप गन्ना आयुक्त मेरठ राजीव राय ने बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्वलित कर पुष्पार्चन करके किया। अपने संबोधन में उन्होने कहा कि गन्ना उत्पादकों के हितों की रक्षार्थ सरकार ने तमाम योजनाएं बनाई और उनका सफलतापूर्वक क्रियान्वयन कराया है। अब गन्ना उत्पादकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
गोष्ठी में शामिल क्षेत्र के सैंकड़ों कृषकों को विषय विशेषज्ञों ने गन्ना फसल सुरक्षा, उत्पादन प्रजातीय बदलाव और क्षेत्रफल बढ़ाने के महत्वपूर्ण उपाय सुझाए। पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक गन्ना शोध केंद्र मुजफ्फरनगर विशेषज्ञ डॉ श्री पाल राणा ने फसल सुरक्षा लाल सड़न चोटी भेदक कीट व अन्य कीटों के विषय में विस्तार से जानकारी दी। डॉ अवधेश डागर ने उन्नत शील गन्ना प्रजातियों को 0शा 13235, को 0लख 14201,को 0118, को 0श17231,को शा 18231 को0लख 17202 बोने की सलाह दी। डॉ श्री पाल राणा ने फसल चक्र की जानकारी दी। चीनी मिल के उपाध्यक्ष डॉ तेजवीर सिंह ढाका ने किसानों को बताया कि चीनी मिल की क्षमता 4500 टी सी डी से बढ़ाकर 7000 टी सी डी की जा रही है। जिसे 15अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होने किसानों को टैंन्च विधि से गन्ना बुवाई की भी सलाह दी। तकनीकी हैड संजय धीमान ने चीनी मिल में तकनीकी सुधारों से अवगत कराया।
गोष्ठी की अध्यक्षता प्रगति शील किसान ग्रीस कुमार चिंगरावठी ने की तथा इसका संचालन गन्ना महाप्रबंधक जितेंद्र पंवार ने किया।
मनीष कुमार,आर पी कुशवाहा, रिपुदमन , अमित सिंह रमेश चंद्र, संजीव मलिक नीरज उज्जवल अजीत सिंह ब्रजवीर सिंह सहित सैंकड़ों कृषकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।