जीबीयु का विद्यार्थी शक्ति सिंह ने कुश्ती प्रतियोगिता में जीता ब्रज केशरी का खिताब
ग्रेटर नोएडा:मिट्टी कुश्ती संघ द्वारा आयोजित ब्रज केसरी टाइटल प्रतियोगिता में 18 जिलों के बेहतरीन पहलवानों ने भाग लिया। इस प्रतिस्पर्धा में शक्ति सिंह यादव ने अपनी उत्कृष्टता साबित करते हुए ब्रज केसरी टाइटल अपने नाम किया। शक्ति सिंह यादव ने सेमीफाइनल में बदरी उर्फ़ आकाश पहलवान (नोएडा) को हराया और फिर फाइनल में हनी पहलवान को चित्त करके टाइटल जीता। शक्ति पहलवान को इस शानदार जीत के लिए भारत्य मिट्टी कुश्ती संघ द्वारा एक गर्ज और 21,000 रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया। यह प्रतियोगिता न केवल पहलवानों के कौशल को दर्शाती है, बल्कि मिट्टी कुश्ती की समृद्ध परंपरा को भी बढ़ावा देती है।
शक्ति सिंह यादव गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के समर्पित छात्र हैं, जो वर्तमान में बौद्ध अध्ययन में एमए के अंतिम वर्ष में हैं। उन्होंने अपने परीक्षा में लगातार उच्च अंक प्राप्त करके असाधारण शैक्षणिक प्रदर्शन प्रदर्शित किया है।
हाल ही में, शक्ति की कुश्ती में कुश्ती प्रतियोगिताओं में अद्वितीय उपलब्धियों प्राप्त की है। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविंद्र कुमार सिन्हा ने व्यक्तिगत रूप से शक्ति और बौद्ध अध्ययन विभाग के शिक्षकों को उनके सफलताओं के लिए बधाई दी। उन्होंने शक्ति की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया, और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश केशरी और ब्रज केशरी खिताबों के लिए, जिन्हें शक्ति ने कुश्ती में जीता है बधाई दी।
कुल सचिव डॉ विश्वास त्रिपाठी ने बताया कि हाल ही में 10 से 12 अक्टूबर 2024 को हरीश इंटर कॉलेज, लखनऊ कैंट में एक तीन दिवसीय विशाल कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया था जिसमें शक्ति सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश केशरी का ख़िताब भी अपने नाम किया था और साथ ही एक लाख रुपये के नगद राशि भी दी गई थी।
प्रो. सिन्हा ने शक्ति को ऐसे आयोजनों में भाग लेने और आगे की जीत के लिए प्रेरित किया। उन्होंने शक्ति को भविष्य में होने वाली दंगल प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं भी दीं, जो विश्वविद्यालय की छात्रों के समग्र विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस मौके पर बौद्ध अध्ययन की अधिष्ठात्री प्रो श्वेता आनंद ने शक्ति को पढ़ाई के साथ साथ एक्स्ट्रा करिकुलर में भी अच्छेवप्रदर्शन के लिए बधाई दी। इस दौरान बौद्ध अध्ययन संकाय के शिक्षकगण भी मौजूद रहे जैसे विभागाध्यक्ष डॉ वेंकट चिंतल सिवासई, डॉ चंद्रशेखर पासवान, डॉ प्रियदर्शिनी मित्र, डॉ ज्ञानदित्य शाक्य, श्री विक्रम सिंह यादव एवं डॉ अरविंद कुमार सिंह।