दस वर्ष की आयु से ही करने लगे थे सुंदरकांड का पाठ- गोल्डी चौधरी

बुलंदशहर:मात्र 16 साल के गोल्डी चौधरी के भजन और सुंदरकांड के पाठ में भक्ति में लीन हो जाते हैं श्रद्धालु बाल कलाकार गोल्डी चौधरी ने समाजसेवी संजय गोयल से वार्ता में कहा कि जब वह केवल दस वर्ष की आयु के थे तभी से अपने पिता बब्बू चौधरी और मम्मी जीतू चौधरी की प्रेरणा से सुंदरकांड के पाठ में जाना शुरू कर दिया था आज अपनी स्वयं की टीम बनाकर सुंदरकांड का पाठ करने जाते हैं गोल्डी चौधरी के भजनों व कीर्तन में श्रद्धालु भक्ति में हो जाते हैं लीन जब हमारे ग्लोबल न्यूज 24×7 के सह संपादक संजय गोयल ने जब उनसे पूछा की पढ़ाई के साथ-साथ इतना सब कैसे कर लेते हैं तब गोल्डी चौधरी ने कहा यह सब हनुमान जी का आशीर्वाद और अपने पिता बब्बू चौधरी जी के प्रेरणा से ही संभव हुआ है| गोल्डी चौधरी संगीत के साथ-साथ म्यूजिक में भी हैं निपुण