बुलन्दशहर

हिन्दी ने चौगुनी प्रगति की- साहित्यकार राजेश गोयल 

बुलंदशहर : आज पूरे देश में हिंदी दिवस मनाया जा रहा है इस अवसर पर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में हिंदी दिवस पर ख़ूब संगोष्ठी, काव्य कुंभ, साहित्यकार सम्मेलन आहुत होंगे, उक्त विचार प्रस्तुत करते हुए हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार राजेश गोयल ने हिंदी साहित्य परिषद में रखते हुए कहा कि सत्तर के दशक में हिंदी विकास बहुत तेजी के साथ हुआ, और वह जन- जन की भाषा हो गई, हिंदी की पत्र पत्रिका काफी पढ़ी जाने लगीं आज इक्कीसवीं सदी में हिंदी कम्पयूटरी भाषा होने के कारण हिंदी के पठन-पाठन की संख्या काफ़ी तेज़ी से बढ़ी है वह दिन दूर नहीं जब विश्व में हिंदी पहली भाषा होंगी अंग्रेजी के उपन्यास पुस्तकें हिंदी में अनुवाद हो कर खूब विक रहीं हैं। बेस्ट सेलर हो कर पाठकों तक अपनी पहुंच बना रहीं हैं।

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