विचार

निर्माणाधीन जेवर हवाई अड्डा:अखबार और हकीकत

राजेश बैरागी (स्वतंत्र पत्रकार व लेखक)
क्या कोई बता सकता है कि राहुल गांधी कब ब्याह रचाएंगे? यह प्रश्न मुश्किल है तो यही बता दें कि जेवर में निर्माणाधीन एयरपोर्ट से विधिवत उड़ान कब से शुरू होंगी? बड़ी परियोजनाओं की कोई उम्र नहीं होती। वक्त के साथ ऐसी परियोजनाएं जवान होती हैं और देश दुनिया की सेवा करती हैं। हां,उनके विचार के गर्भधारण से जन्म लेने तक की प्रक्रिया इतनी लंबी होती है कि लोग या तो ऊबने लगते हैं या विकल होने लगते हैं। जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास 25 नवंबर 2021 को स्वयं प्रधानमंत्री ने किया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इस खास मौके के गवाहों में शामिल थे। जर्मनी की ज्यूरिख कंपनी के पास इस एयरपोर्ट को बनाने का ठेका है। हालांकि ज्यूरिख कंपनी ने भी अपने नीचे इसे बनाने का ठेका टाटा को दिया हुआ है। इसके पहले चरण का निर्माण सितंबर 2024 तक निर्धारित था। क्या यह इस निर्धारित समय सीमा में बनकर तैयार हो जाएगा? निर्माण कंपनी पहले ही दिसंबर तक और अब अप्रैल 2025 तक का समय मांग रही है। हालांकि मात्र 22 महीने एक विशाल एयरपोर्ट तैयार करने के लिए पर्याप्त समय नहीं है। आधुनिक मशीनों और प्रोद्योगिकी के बावजूद हर काम को पूरा होने में समय लगता ही है। निर्माण संबंधी शर्तों के अनुसार दिसंबर 2024 तक निर्माण कार्य पूरा नहीं होने पर दस लाख रुपए प्रतिदिन का अर्थ दंड निर्माता कंपनी पर लगेगा। क्या यह एक व्यवहारिक शर्त है? परंतु ऐसी शर्त लगाने के पीछे परियोजना को समय-सीमा के भीतर पूरा करने की मंशा रहती है। मैंने शनिवार को निर्माणाधीन एयरपोर्ट का भ्रमण कर अनुभव किया कि निर्माण कार्य अभी प्रारंभिक चरण से थोड़ा ही आगे बढ़ा है। एयरपोर्ट के कुछ भाग के कंगूरे चमक रहे हैं परंतु कई भागों पर काम शुरू भी नहीं हुआ है। दिलचस्प तथ्य यह है कि निर्माता कंपनी के शीर्ष अधिकारी इस परियोजना के बारे में दावे चाहे जो करें परंतु वास्तविकता का सार्वजनिक प्रदर्शन करने को तैयार नहीं हैं। कंपनी अर्थदंड से बचने के लिए पहले से पहले ही समय बढ़ाने की बात करने लगी है। उधर शासन स्तर पर इस महत्वपूर्ण परियोजना की लेट लतीफी को लेकर चिंता प्रकट की जाने लगी है। इसी शुक्रवार को लखनऊ में जेवर एयरपोर्ट को लेकर बेहद अहम बैठक हुई थी जिसमें यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण यीडा सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह व नियाल के अधिकारी भी पहुंचे थे।

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