मानसूनी पहली बारिश ने खोली औरंगाबाद नगरपंचायत के विकास कार्यों की पोल
नागेश्वर मंदिर मार्ग पर भीषण जलभराव,गली मौहल्लों में नाले नाली चोक घरों सड़कों पर पानी ही पानी

औरंगाबाद (बुलंदशहर )रविवार की रात्रि में हुई पहली मानसूनी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जगह जगह हुए भारी जलभराव गंदगी कींचड ने कस्बे के विकास कार्यों की पोल खोल कर रख दी। नागेश्वर मंदिर परिसर में गन्दा पानी भर गया। रास्ता अवरूद्ध हो गया। लोगों के घरों में पानी भर गया तथा नालियां चोक हो जाने से सड़कों पर पानी ही पानी नज़र आया।
कस्बे में नागेश्वर मंदिर के रास्ते पर जलभराव की समस्या नयी नहीं है। इसके निदान हेतु नगर पंचायत द्वारा लाखों रुपए हर साल ख़र्च कर दिए गए लेकिन समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है। सोमवार को नागेश्वर मंदिर जाने वाले श्रृद्धालुओं को एक जगह नहीं बल्कि तीन चार स्थानों पर गन्दे बदबूदार पानी में से होकर गुजरने को बाध्य होना पड़ा। सबसे पहले शाही दवाखाने से आगे भावसी चौराहे तक तमाम नालियों से निकला मलवा गंद और जलभराव मे से फिर भावसी चौराहे से मंदिर तक और मंदिर परिसर के अंदर भरे पानी से होकर गुजरकर ही तमाम श्रृद्धालु पूजा अर्चना करने पहुंच सके। ऐसा नहीं है कि समस्या सिर्फ नागेश्वर मंदिर रोड पर ही बनी रही। मौहल्ला देहली दरवाजा, पुराने वीसीआर के नजदीक, वाल्मीकि चौक वाल्मीकि बस्ती लोहारूरान मस्जिद जाने वाले रास्ते पर मौहल्ला गुलावठी नयी बस्ती आदि जगहों पर लोगों को जलभराव से राह गुजरने में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। कस्बे के विकास कार्यों में हुए भृष्टाचार की पोल खोल कर रख दी पहली ही मानसूनी बारिश ने। यहां के वाशिंदे नगर पंचायत के सर्वेसर्वाओं को और उनकी कारगुजारियों को जी भर कर कोसते नजर आये लेकिन फर्क किसी को पड़ेगा इसकी संभावना दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रही। लोग कहते नजर आए कि जब अभी यह हाल है तो आगे क्या होगा अल्लाह ही बेहतर जाने या फिर स्वयंभू बने सर्वेसर्वा जानें।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल