ग्रेटर नोएडा

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं मीडिया अध्ययन विभाग में किया राष्ट्रीय जन संपर्क दिवस समारोह का आयोजन

ग्रेटर नोएडा:गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं मीडिया अध्ययन विभाग में 21 अप्रैल को राष्ट्रीय जन संपर्क दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारत सरकार के कौशल विकास मंत्रालय के जन संपर्क अधिकारी शिवानंद पाण्डेय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, कार्यक्रम की अध्यक्षता मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय की आधिष्ठाता एवं जनसंचार विभाग की अध्यक्ष प्रो. बंदना पाण्डेय ने की। जन संपर्क दिवस के अवसर पर हुए ‘क्विज’ प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा मुख्य अतिथि शिवानंद पाण्डेय एव अधिष्ठाता प्रो. बंदना पाण्डेय के द्वारा किया गया। जिसमें एमए जनसंचार की छात्रा सिमरन तोमर एवं सिद्धिया शर्मा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, वहीं बीए जनसंचार द्वितीय वर्ष की छात्रा माधुरी एवं सुनिधि ने दूसरा स्थान प्राप्त हुआ। इस क्विज प्रतियोगिता में विभाग के कई टीमों ने हिस्सा लेकर अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज की।
श्री शिवानंद पाण्डेय ने छात्र-छात्राओं को जन संपर्क की बारीकियों से रूबरू कराते हुए कहा कि जन संपर्क का क्षेत्र बहुत ही व्यापक है, भारत में आजादी के पहले से ही कई कंपनियों में जन संपर्क विभाग हुआ करते थे और आज इसका दायरा बहुत ही बढ़ गया है। वहीं पब्लिक सेक्टर के साथ-साथ हर छोटे बड़े प्राइवेट कंपनी में भी आज जन संपर्क विभाग कार्य कर रहा है। श्री पाण्डेय ने जन संपर्क के बारे में एक चर्चित भ्रम को दूर करते हुए कहा कि अक्सर यह कहा जाता है कि जन संपर्क में ज्यादातर गलत बातों को सही करके या नकारात्मक को सकारात्मक करके दिखाया जाता है जबकि यह तथ्य नहीं है, और तथ्य यह भी नहीं है कि जो अच्छा काम करते है उसे जन-संपर्क की जरूरत नहीं होती है। जबकि जन संपर्क के विचार में ही यह बात निहित है कि यदि आप अच्छा कार्य करते है तो उसके बारे में भी लोगों को जानने का भी हक है और उसे बताया जाना ही जन-संपर्क है।
मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय की आधिष्ठाता एवं मीडिया विशेषज्ञ प्रो. बंदना पाण्डेय ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि जन संपर्क हमेशा दूर-दृष्टि के साथ कार्य करता है। यदि किसी संस्थान के बारे में कोई छोटी सी नकारात्मक खबर आती है तो वहां के जन संपर्क अधिकारी उस नकारात्मक खबर को महत्व न देते हुए, उस संस्थान के महत्वपूर्ण सकारात्मक कार्यों का प्रसार करते हैं, यही जन-सम्पर्क का दर्शन है जिसमें एक जन संपर्क अधिकारी निपुण होकर अपने संस्थान को किसी भी प्रकार की नकारात्मकता से बचाए रखता है और सभी से सकारात्मक संबंध बनाए रखता है। उन्होंने उपस्थित मीडिया के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया कैरियर में सिर्फ न्यूज एंकर, रिपोर्टर और संपादक ही नहीं बल्कि एक जन संपर्क अधिकारी के रूप में भी आपके सामने ढ़ेर सारे अवसर, सरकारी के साथ साथ कारपोरेट क्षेत्रों में भी उपलब्ध है। इसके अलावा विज्ञापन में भी असंख्य अवसर उपलब्ध है, बस आपका उद्देश्य स्पष्ट होना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए जनसंचार एवं मीडिया अध्ययन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विनीत कुमार ने स्वागत वक्तव्य दिया, वहीं विभाग के डॉ. कुमार प्रियतम ने आभार ज्ञापन किया। इस अवसर पर डॉ. विमलेश कुमार एवं जनसंचार एवं मीडिया अध्ययन विभाग के अधिकांश छात्र-छात्राएं उपस्थित होकर इस ज्ञान विमर्श के साक्षी बन कार्यक्रम को सफल बनाया। ‘क्विज’ प्रतियोगिता का संचालन डॉ. आशुतोष वर्मा, डॉ. प्रतिमा एवं एमए जनसंचार के छात्र प्रकाश कुमार एवं बीए जनसंचार की छात्रा वंशिका मिश्र के द्वारा किया गया ।

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