बुलन्दशहर

महाशिवरात्रि पर विशेष :चालीस दिन लगातार जल चढ़ाने से होती है नागेश्वर मंदिर में हर मुराद पूरी 

औरंगाबाद का प्राचीन नागेश्वर मंदिर परिसर हुआ सुसज्जित 

औरंगाबाद( बुलंदशहर )औरंगाबाद का अति प्राचीन नागेश्वर मंदिर महाशिवरात्रि पर्व के लिए सजधज कर अपनी आभा बिखेर रहा है। मंदिर के सेवादारों ने समूचे मंदिर परिसर की रंगबिरंगी फूल मालाओं और विद्युतीय झालरों से मनोहारी आकर्षक साज सज्जा कराई है। फिलहाल मंदिर परिसर महाशिवरात्रि पर्व पर पवित्र गंगाजल लेकर आने वाले कांवड़ यात्रियों के ठहरने और स्वागत सत्कार करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

कस्बे के बाहरी छोर शिवनगर में बना अति प्राचीन नागेश्वर मंदिर की मान्यता है कि जो भी श्रृद्धालु इस मंदिर में लगातार चालीस दिन तक भोले बाबा का जलाभिषेक करता है उसकी हर मनोकामना भोले बाबा की कृपा से पूरी हो जाती है।

मंदिर के बाहर पुलिस सहायता केंद्र की स्थापना की हुई है जिससे पर्व मेले आदि पर पुलिस व्यवस्था चाक चौबंद रहती है। मंदिर के मुख्य द्वार से प्रवेश करने पर पश्चिम में शनिधाम के दर्शन होते हैं। आगे चलकर मंदिर के प्रवेश द्वार के पूर्व में भगवान श्री राम जी का भव्य मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर में राम दरबार के अलावा संतोषी माता मंदिर, शिव-पार्वती मंदिर विष्णु लक्ष्मी मंदिर एवं सरस्वती माता के आकर्षक मंदिर बने हुए हैं। राम मंदिर से आगे माता महाकाली जी, भगवान गणपति, के भव्य मंदिर बने हुए हैं। आगे ठाकुर द्वारे में भगवान राधा कृष्ण मंदिर और पवनसुत हनुमान के मंदिर अपनी छटा बिखेरते नजर आएंगे। मंदिर के ठीक सामने रामभक्त हनुमान जी का तथा चौरासी घंटे वाली मां दुर्गा जी के भव्य मंदिर बने हुए हैं। हनुमान मंदिर के समीप भीतरी भाग में विशाल सत्संग भवन बना हुआ है जिसमें धार्मिक आयोजन सुगमता पूर्वक संपन्न किए जा सकते हैं। दुर्गा मंदिर परिसर से सटे स्थल पर भव्य राधाकृष्ण मंदिर निर्माणाधीन है। यह मंदिर तैयार हो चुका है। मूर्ति स्थापना निकट भविष्य में कराई जाएगी। गंगा मंदिर के बराबर नागेश्वर मंदिर परिसर में भोले नाथ की पिंडी विभूषित हैं। समूचा शिव परिवार मंदिर में मौजूद हैं मंदिर के ठीक सामने भगवान भोले के दर्शन करते नन्दी महाराज विराजमान हैं। मंदिर के महंत आचार्य कुलदीप शास्त्री जी मंदिर परिसर में बने आवास में रहकर भगवान शिव और समूचे मंदिर परिसर की देखभाल में तल्लीन रहते हैं। कैलाश कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में मंदिर के सभी सेवादार पूरी लगन और मेहनत से मंदिर परिसर को भव्य और आकर्षक बनाने में दिन रात एक किए रहते हैं। जन जन की आस्था का केंद्र यह मंदिर पूजा अर्चना के साथ दर्शनीय आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

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