बुलन्दशहर

औरंगाबाद में अब पोखर पर भी कब्जा शुरू , सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों को भी रखा ताक पर 

सभासदों की शिकायत पर आला अधिकारी मौन

औरंगाबाद (बुलंदशहर) औरंगाबाद कस्बे में भूमाफियाओं का बोलबाला अरसे से बेखौफ चला आ रहा था। अब सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों को ताक पर रखकर पोखर पर भी जबरन अवैध कब्जा डंपरों द्वारा शुरू कर दिया गया है। भूमाफियाओं का दुस्साहस तो देखिए पोखर पर भराव रात के अंधेरे में नहीं बल्कि दिन दहाड़े अधिकारियों की खुली आंखों के सामने खुले आम किया जा रहा है। अनेक सभासदों ने आला अधिकारियों के साथ प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी को शिकायती पत्र भेजकर पोखर पर अवैध कब्जा रूकवाये जाने की गुहार लगाई है। लेकिन किसी भी अधिकारी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी है।

मामला बेहद संगीन। सरकारी जमीनों पर भूमाफियाओं की कारगुजारियों से त्रस्त औरंगाबाद कस्बे में अब पोखर की भूमि पर दिन दहाड़े डंपरों द्वारा भराव कर भूमाफियाओं द्वारा पोखरों पर भी अवैध कब्जा शुरू कर दिया गया है। जबकि सर्वोच्च न्यायालय ने पोखर तालाब आदि पर कब्जों को अवैध मानते हुए इसे ना होने देने के आदेश पूर्व में ही दे रखे हैं। नगर पंचायत के कुछ

सभासदों ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर अवगत कराया है कि कस्बे में पुरानी मंडी के पिछवाड़े गाटा संख्या 1532 जलमग्न पोखर भूमि के रूप में दर्ज था। इसमें श्रेणी तीन के कुछ लोगों को सिंघाड़े की फसल उगाने के लिए पट्टे किए गए थे तथा कुछ नवीन परती की भूमि है। वर्ष 1989 में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में सभी श्रेणी तीन के आवंटन निरस्त कर दिए गए थे।

इसी पोखर के एक भाग में बुलंदशहर के कुछ दबंगों ने आधा दर्जन डंपरों की मदद से भराव कर अवैध कब्जा करना शुरू कर दिया है। सभासदों की शिकायतों के बाबजूद किसी भी अधिकारी ने कोई संज्ञान नहीं लिया है।

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

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