कब्रिस्तान की ज़मीन को लेकर एक बार फिर चर्चा में आया रीलखा गांव
किसान यूनियनों व गांव के लोगों की मांग पर प्राधिकरण ने 2200 वर्ग मीटर जमीन सपेरा समाज को कब्रिस्तान के लिए की थी आवंटित

दनकौर : रीलखा गांव में कब्रिस्तान के लिए सपेरा समाज को मिली जमीन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सोमवार को प्राधिकरण ने कुछ ग्रामीणों व किसान यूनियनों के दबाव में 2200 वर्ग मीटर जमीन सपेरा समाज को कब्रिस्तान के लिए आवंटित की थी, लेकिन मंगलवार को गांव में हुई पंचायत के बाद अन्य समाज के लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया,
गांव के लोगों का कहना है कि यह जमीन आबादी क्षेत्र के बेहद नजदीक है और वे अपने घरों के पास सपेरों का कब्रिस्तान नहीं बनने देंगे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि वे इस फैसले को स्वीकार नहीं करेंगे और जरूरत पड़ी तो आंदोलन करेंगे। इस बीच विवाद और विरोध से पहले सोमवार को सपेरा समाज के लोगों ने उसी जमीन पर एक वृद्ध महिला के शव को दफना भी दिया था। बताया जा रहा है कि महिला का शव 24 घंटे से भी अधिक समय तक कब्रिस्तान की मांग को लेकर हुए धरने के दौरान वहीं रखा गया था,