पुलिसकर्मी सहित कुछ लोगों पर जमीन कब्जा करने के लिए बार-बार धमकियां देने का आरोप
न्याय के लिए भटक रहा पीड़ित पक्ष, पीड़ित ने लगाई न्याय की गुहार

अनूपगढ़: अनूपगढ़ के 12 ए-बी गांव के किसान अमरचंद मेघवाल व भानीराम मेघवाल ने एक पुलिसकर्मी सहित कुछ दबंग व्यक्तियों पर उसकी करीब 37 बीघा कृषि भूमि पर जबरदस्ती कब्जा करने की बार-बार धमकियां देने का आरोप लगाते हुए पुलिस थाना अनूपगढ़ में परिवाद दर्ज करवाया है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है तथा आईजी और एसपी से भी न्याय की गुहार लगाई गई है।
परिवादी अमरचंद पुत्र हेमाराम मेघवाल निवासी 12 ए–बी ने परिवाद के जरिये बताया कि उसकी 79 जीबी में रजिस्टर्ड करीब 12बीघा कृषि भूमि है।
प्रार्थी ने बताया कि उसे राम प्रताप व जयमलराम पुत्र श्रवणराम निवासी धनूर तहसील केसरीसिंहपुर, छगनलाल पुत्र मनीराम, जाति-कुम्हार, निवासी चक 12 ए-बी तथा पुलिसकर्मी तुलसीराम नायक, निवासी वार्ड नं. 2 गुरदयाल कॉलोनी, नई मण्डी घड़साना बार–बार धमकी दे रहे कि हम आपकी कृषि भूमि पर कब्जा करेंगे अन्यथा आपके साथ मारपीट भी कर सकते है। प्रार्थी ने बताया कि तुलसीराम पुलिस विभाग में है। जो प्रार्थी को बार-बार धमकियां देता है कि हम आपकी कृषि भूमि पर पुलिस के माध्यम से कब्जा कर लेंगे।
प्रार्थी के अनुसार 17 अप्रैल 2025 को दोपहर के करीब 3 बजे पुलिसकर्मी तुलसीराम पुलिस वर्दी पहकर अन्य 5-6 लोग लाठी, डंडे, पिस्तोल आदि हथियारों से लेस चक 79 जीबी वाली जमीन में आकर गुन्डागर्दी करने लगे। तुलसीराम जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि उसकी उच्च अधिकारियों के साथ बहुत जान-पहचान है व पुलिस प्रशासन में भी ऊँची पहुँच है जिससे हम आपकी जमीन पर कब्जा करेंगे और आपको भी उठया देंगे। आपकी जमीन पर हम जबरदस्ती व बलपूर्वक कब्जा करके ही रहेंगे। प्रार्थी को डर है कि सभी मुल्जिमान एकराय होकर प्रार्थी को जान-माल का नुकसान व प्रार्थी पर कृषि भूमि पर कब्जा करेंगे।
प्रार्थी अमरचंद ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी अनूपगढ़ के समक्ष एक बाद पत्र व अनवानी अमरचंद बनाम कृष्णलाल वगैरहा 62/4 प्रस्तुत कर रखा है जिसमें वाके चक 79 जी.बी. के मुरब्बा नम्बर 24 के, पत्थर नम्बर 298/432 12 बीघा भूमि व चक 12 ए.बी. का मु.न. 237/30 15 बीघा, मु.न. 237/22 37बीघा कृषि भूमि पर दिनांक 13 अक्टूबर 2004 से रिकॉर्ड व मौके का यथास्थिति आदेश पारित किया गया है तथा जिसमें जागामी तारीख पेशी 25.04.2025 नीयत है तथा इस जमीन का मामला संभागीय आयुक्त के विचाराधीन है। जिसमें तहसीलदार व एसडीएम पार्टी है।
वही इस मामले में सामने आया है कि पीड़ित पक्ष की ओर से परिवाद देने के बावजूद पुलिस द्वारा धमकी देने वाले पुलिसकर्मी सहित अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा है। पीड़ित पक्ष ने मामले से आईजी, एसपी और डीएसपी तक को अवगत करवाया दिया है। आरोप है कि पुलिस विभाग पीड़ित को न्याय दिलाने की बजाय आरोपी पुलिसकर्मी तुलसीराम को बचाने में लगे हैं।
अनूपगढ़ से डी एल सारस्वत की खास रिपोर्ट