टीबी मुक्त हुई ग्राम पंचायतों के प्रधान हुए सम्मानित
ग्राम प्रधानों को बांटे प्रशस्तिपत्र एवं कांस्य पदक

बुलंदशहर : देश को टीबी मुक्त बनाने में ब्लॉक की 10 ग्राम पंचायतें अहम भूमिका निभाएंगी। यह ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हो गई हैं। गुरुवार को पहासू ब्लॉक की 10 पंचायतों के टीबी मुक्त होने की घोषणा के साथ ही ग्राम प्रधानों को प्रशस्ति पत्र व प्रतिमा देकर सम्मानित किया। वहीं क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सौ दिवसीय खोजी अभियान के तहत ब्लाक में 6 सौ से अधिक की स्कैनिंग कराई गई। जिसमें 109 मरीज मिले हैं।
पहासू के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सभागार में ग्राम प्रधान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम में सीएचसी अधीक्षक डा. मनोज कुमार, एसटीएलएस रवेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से टीबी मुक्त हो चुकीं ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 में टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसको हासिल करने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। इस क्रम में जिन ग्राम पंचायतों में तीन साल तक नजर रखी जाती है, उनको पहले साल कोई रोगी न मिलने पर कांस्य पदक से सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष 10 पंचायतें टीबी मुक्त की गई हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि इस वर्ष ब्लॉक की 10 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की गई है। इन पंचायत कांस्य पदक के लिए चयनित हुई हैं। गुरुवार को इन पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करते हुए ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया गया। वर्तमान में ब्लॉक क्षेत्र में कुल 180 मरीज उपचाराधीन हैं।
इस दौरान बीसीपीएम बीना, बीपीएम अनिल कुमार, सर्वेंद्र शर्मा, ग्राम प्रधान लाल सिंह, सपना देवी, पहलाद सिंह, नेम सिंह, राहुल पाठक, रानी, सुनीता देवी, धीरपाल, राजेश, रविकरण सिंह, जगवीर सिंह आदि मौजूद रहे
इन पंचायतों को मिला सम्मान पहासू ब्लॉक की ग्राम पंचायत समसपुर, सिद्धगढ़ी, अहमदगढ़, कुंवरपुर, कसूंमी, फतेहाबाद, बमनपुरी, रिसालू, उटरावली, अनौना गांव टीबी मुक्त होने पर सम्मान दिया गया। सभी ग्राम पंचायतों को कांस्य पदक देकर सम्मानित किया। इन ग्राम पंचायतों में कोई भी टीबी मरीज नहीं है।
रिपोर्टर उपेंद्र शर्मा