ग्रेटर नोएडा

“मन की बात” के 127वें संस्करण का श्रवण भारतीय जनता पार्टी, ग्रेटर नोएडा मण्डल के सभी 118 बूथों पर देखा गया

ग्रेटर नोएडा:आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मासिक रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” के 127वें संस्करण का श्रवण भारतीय जनता पार्टी, ग्रेटर नोएडा मण्डल के सभी 118 बूथों पर किया गया।

ज़िलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा और मण्डल अध्यक्ष अर्पित तिवारी के नेतृत्व में तथा मन की बात कार्यक्रम के संयोजक एवं मण्डल महामंत्री, ग्रेटर नोएडा श्री मुकेश दीक्षित एवं उनकी पूरी टीम की सक्रिय भागीदारी से यह कार्यक्रम शत-प्रतिशत सुना गया। कार्यक्रम के उपरांत इसे सरल ऐप पर भी अपलोड किया गया।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों को संबोधित करते हुए विभिन्न विषयों पर अपनी भावनाएँ साझा की। उन्होंने भारतीय संस्कृति, पर्यावरण, स्वदेशी उत्पादों, समाजिक सुधारों और भारतीय नस्ल के श्वानों के प्रति सम्मान पर विशेष चर्चा की।

प्रधानमंत्री ने सबसे पहले त्योहारों का उल्लास और छठ पूजा के महत्व पर बात की। उन्होंने कहा, “छठ का महापर्व हमारे समाज की एकता का प्रतीक है। यह पर्व संस्कृति, प्रकृति और समाज के बीच गहरी एकता को दर्शाता है।” उन्होंने देशवासियों को छठ महापर्व की शुभकामनाएँ दी और छठी मैया को नमन किया।

प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और माओवादी आतंक पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस बार त्योहारों के दौरान उन क्षेत्रों में भी खुशियाँ मनाई गईं, जो कभी माओवादी आतंक से प्रभावित थे। साथ ही, उन्होंने जीएसटी बचत उत्सव और स्वदेशी सामानों की बढ़ी खरीदारी की सराहना की।

स्वच्छता के प्रयासों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में Garbage Café की पहल का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि इस अनोखी पहल के तहत, जो व्यक्ति प्लास्टिक कचरा लेकर आता है, उसे भरपेट खाना दिया जाता है। इसके साथ ही, उन्होंने बेंगलुरू में इंजीनियर कपिल शर्मा द्वारा चलाए गए जल पुनर्निर्माण अभियान की भी सराहना की, जिसके तहत 40 कुएं और 6 झीलों को पुनर्जीवित किया गया है।

पर्यावरण सुरक्षा के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने गुजरात के धोलेरा में किए गए Mangrove Plantation की सराहना की। उन्होंने बताया कि यह प्रयास न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचा रहा है, बल्कि स्थानीय मछुआरों और समुद्री जीवन के लिए भी सहायक साबित हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने भारतीय नस्ल के श्वानों की भूमिका पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने भारतीय नस्ल के श्वानों को प्रशिक्षण देने और उन्हें अपनाने में काफी सराहनीय प्रयास किए हैं। उन्होंने बताया कि BSF और CRPF ने भारतीय नस्ल के श्वानों को अपनी टीमों में शामिल किया है और उनका प्रशिक्षण बढ़ाया है। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय श्वान अब विदेशी नस्लों से भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने अंत में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती का उल्लेख करते हुए देशवासियों से 31 अक्टूबर को ‘Run For Unity’ में भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा, “यह दिन हमारे देश की एकता और अखंडता की शपथ लेने का है। यह अवसर हमारे समाज में एकता और भाईचारे को मजबूत करने का है।”

प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ के इस मंच के माध्यम से भारतीयों को प्रेरित किया कि वे अपनी संस्कृति, पर्यावरण और समाज की बेहतरी के लिए योगदान दें। उन्होंने सभी से अपील की कि वे एक पेड़ लगाकर पर्यावरण को बचाने के अभियान में शामिल हों।

साथ ही, प्रधानमंत्री ने कोरापुट कॉफी के बारे में भी चर्चा की, और कहा कि यह न केवल अपनी गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि किसानों के लिए एक समृद्धि का स्रोत बन रही है। उन्होंने उन लोगों की सराहना की जो अपने पैशन के कारण कॉफी की खेती में सफल हो रहे हैं और सामाजिक बदलाव ला रहे हैं,

 

 

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