बहुत कठिन है डगर स्कूली बच्चों की, कींचड और गन्दे बदबू दार पानी के साथ सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे
शासन प्रशासन को शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार
औरंगाबाद (बुलंदशहर ) एक तरफ योगी सरकार का स्कूल चलो अभियान पूरे जोर शोर से जारी है दूसरी ओर औरंगाबाद में स्कूल पहुंचने में हजारों स्कूली बच्चों की जान बुरी तरह सांसत में फंसी रहती है उन्हें हर रोज़ कम से कम बरसात के मौसम में स्कूल पहुंचने के लिए कींचड गंदगी और गन्दे पानी में से होकर गुजरना पड़ता है। सड़क की हालत यह है कि पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे हैं या गढ्ढों में सड़क।
औरंगाबाद कस्बे में प्राचीन नागेश्वर मंदिर की बगल से होकर जा रहे रास्ते पर कस्बे का नामचीन पब्लिक स्कूल नेशन पब्लिक स्कूल तथा सरस्वती विद्यामंदिर हैं।इन दोनों विद्यालयों में हजारों बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। इन बच्चों को स्कूल आने जाने में भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है। नागेश्वर मंदिर से आगे सड़क पर बरसात के मौसम में भारी जल भराव हो जाता है। स्कूली बच्चों को इसी गंदे, बदबूदार पानी से होकर गुजरना पड़ता है। पानी हट जाने पर सड़क पर कींचड फिसलन हो जाती है । यही नहीं सड़क में जगह-जगह गड्ढे बन गये हैं। श्मशान घाट के रास्ते से आगे तो स्थिति और भी विकट हो जाती है एन पी एस पब्लिक स्कूल जाते बच्चों को देख हर किसी को दया आयेगी नहीं आयेगी तो सिर्फ जिम्मेदारों को नहीं आयेगी। यहां तो पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे हैं या फिर गढ्ढों में सड़क गुम हो गई है।
नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सेवा राम राजभर कहते हैं कि नगर पंचायत ने पानी खींचने के लिए पंप लगाया हुआ है। जबकि मौहल्ले वालों का कहना है कि यहां कोई पंप नहीं लगा है जब नागेश्वर मंदिर परिसर में जल भराव हो जाता है तो हाय तौबा मचने पर नगर पंचायत कर्मियों द्वारा पंप लाकर पानी हटाया जाता है। बहरहाल कुछ भी हो स्कूली बच्चों को इसी गंदे पानी कींचड फिसलन युक्त गढ्ढों वाली सड़क पर से होकर स्कूल आना जाना होगा यही उनकी नियति है। सर्व शिक्षा अभियान,स्कूल चलो अभियान की हकीकत और तमाम दावों की असलियत देखनी है तो इस सड़क पर होकर तो गुजरना ही पड़ेगा,
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल