साहित्य जगत

ऐसे मनाया मैंने वृक्षारोपण दिवस

राजेश बैरागी( स्वतंत्र पत्रकार व लेखक)

आज मैंने मेरी मां और मेरे द्वारा घर के अंदर बाहर लगाए गए पौधों की कटाई छंटाई जैसी सेवा की। आज वृक्षारोपण दिवस था ना।कुछ अनावश्यक पौधे चौमासे की अनूकूल स्थिति का लाभ उठाकर पनप रहे थे, उन्हें उखाड़ फेंका। उन्होंने आवश्यक पौधों का जीना मुश्किल कर दिया था।कटाई छंटाई के बाद सभी पौधे जैसे मुस्कुरा दिए। उनके नीचे से सफाई करने के बाद उनके साथ काफी देर तक जल क्रीड़ा की तो मुझे भी बहुत आनंद आया। वृहद वृक्षारोपण दिवस पर आज 20 जुलाई को देशभर में वृक्षारोपण किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाने का आह्वान किया था। लोगों ने प्रधानमंत्री के आह्वान को सिर माथे पर लिया और पेड़ों के साथ फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर रवाना कर दिए।उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी तंत्र को इस बार साढ़े छत्तीस करोड़ से अधिक पेड़ लगाने का लक्ष्य दिया था। मुख्यमंत्री के लक्ष्य को पूरा करने के लिए आज समूचा सरकारी अमला पेड़ लगाते हुए नजर आया। इसके लिए आज तीसरे शनिवार को आयोजित होने वाले तहसील दिवस को टाल दिया गया।नोएडा प्राधिकरण ने ढाई लाख, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने डेढ़ लाख, गौतमबुद्धनगर वन विभाग ने एक लाख पौधे लगाने का दावा किया। सांसद महेश शर्मा ने नोएडा प्राधिकरण और दादरी विधायक तेजपाल नागर व जेवर विधायक ठाकुर धीरेन्द्र सिंह ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के साथ वृक्षारोपण किया। दोनों विधायकों ने पेड़ और जल संरक्षण के लिए संदेश भी दिया। संभावना है कि इस बार भी उत्तर प्रदेश एक दिन में इतने बड़े स्तर पर किए गए वृक्षारोपण के लिए एक बार फिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का खिताब अवश्य जीत लेगा। वास्तव में इतने पौधे एक दिन में लगाना किसी रिकॉर्ड से कम नहीं होता। आंकड़ों पर मत जाइए।जो पेड़ लगाए गए हैं, उनकी देखभाल पर ध्यान लगाइए। मैंने आज कोई नया पौधा नहीं लगाया,लगे हुए पौधों को संवारा। वृक्षारोपण दिवस का यह असर क्या कम महत्व का है,

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