बी.डी.आर.डी.सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में मनाया गया विजय दशमी का कार्यक्रम

दनकौर:विद्याभारतीअखिलभारतीय शिक्षा संस्थान से संबद्ध विद्यालय बिशम्बर दयाल राम मूर्ति देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज दनकौर में विजय दशमी का कार्यक्रम धूम धाम से मनाया गया l
विद्यालय में सर्वप्रथम मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व पुष्पार्चन करके आदिशक्ति मां के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की गई तथा मां शक्ति के स्वरूपों की पूजा क्यों की जाती है इस पर अनेक आचार्य ने अपने विचार रखें तथा साथ ही विजयदशमी का कार्यक्रम मनाया गया
सर्वप्रथम वंदना सत्र में श्री राम भगवान के चित्र पर माल्यार्पण व दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की इस कार्यक्रम में अनेक भैया-बहिनों व आचार्य बंधुओ ने अपने-अपने विचार रखकर भगवान श्री राम व उनके द्वारा बनाई गई मान्यताओं ,परंपराओं पर विस्तार से चर्चा की इसी क्रम में श्रीमान ओमकार जी ने मंच संचालन करते हुए दो गीतों के माध्यम से अपनी भगवान राम के प्रति भक्ति को व्यक्त किया तथा श्रीमान अरविंद जी ने श्री पुरुषोत्तम राम की मर्यादाओं को बताते हुए बच्चों को उनसे प्रेरणा लेने का आग्रह किया
“बड़े भाग्य मानुष तन पावा सुर दुर्लभ सद ग्रंथन गाबा”
श्रीमती अंजू जी ने माता सीता के त्याग को बताते हुए अपनी बात रखी तथा श्रीमान संजय जी ने बताया की राम और रावण अपनी मर्यादाओं व नैतिकताओं से कितने जुड़े थे इससे संबंधित रामेश्वरम में भगवान राम द्वारा अनुष्ठान करने के लिए एक पुरोहित के तौर पर रावण को आमंत्रित किया उतनी ही शालीनता से रावण ने भी उनके निमंत्रण को स्वीकार किया और विधि विधान से अनुष्ठान को पूरा करवाया श्रीमान राकेश जी ने भी विजयदशमी के उत्सव को हम क्यों मनाते हैं और इससे हमें क्या प्रेरणा मिलती है इस विषय पर बच्चों को त्योहार का असली उद्देश्य को बताया
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य जी ने भी रावण और राम के प्रसंग को विस्तार से रखते हुए लक्ष्मण के द्वारा रावण से ली गई शिक्षा की घटना को याद दिलाते हुए बच्चों को उनके कर्तव्यों के लिए जागरूक किया l
इस कार्यक्रम में राजकुमार जी, बी0 के0 सिंह जी, राकेश जी, पवन जी, सौरभ जी, सनी जी, अंजू जी, रूबी जी, आयुषि जी, यशवीर जी गोपाल जी वर्मा जी राहुल जी उपस्थित रहे कार्यक्रम का राष्ट्रीय गान के साथ हुआl