नगर पंचायत में विकास कार्यों में घपले ही घपले, 23 लाख की सड़क टूट गई तीन महीने में
कमीशनखोरी भ्रष्टाचार लीपापोती का नया कारनामा

औरंगाबाद (बुलंदशहर )नगर पंचायत औरंगाबाद में कमीशनखोरी भ्रष्टाचार लीपापोती और विकास कार्यों में घपले का एक नया मामला प्रकाश में आया है। वार्ड नंबर छः में तीन महीने पूर्व तेईस लाख रुपए से बनवाई गई एक सौ बाइस मीटर की सड़क टूट गई। सड़क निर्माण में रेत लगाया या सीमेंट बनाने वाले लोग जानें या उससे कमीशन वसूली करने वाले।
औरंगाबाद नगर पंचायत के वार्ड नंबर छः में जून महीने में वार्ड सभासद बब्लू लोधी के प्रस्ताव पर पप्पू गिरी के मकान से रामदास हीरा देवी इंटर कालेज तक एक सौ बाइस मीटर सड़क का निर्माण कार्य तेइस लाख रुपए की लागत से कराया गया था। ठेकेदार ने इतनी ईमानदारी से काम पूरा किया कि पप्पू के मकान से थोड़ा आगे सड़क टूट गई। एक साइड से टूटी सड़क देखने से साफ़ पता चल जाता है कि निर्माण में सीमेंट कम रेत ज्यादा लगाया गया है। निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर नजर रखने वालों को भी पता था कि निर्माण कार्य में मानकों की खुलकर अनदेखी की जा रही है लेकिन ऊपरी कमाई और हिस्सा बटोरने के चलते सब मूकदर्शक गूंगे-बहरे बनकर टकुर टकुर देखते रहे। मौहल्ले वालों देवेन्द्र गिरी मास्टर कुंवरपाल सतवीर देशराज आदि ने बताया कि सड़क बनते समय भी मौहल्ले वालों ने ख़राब गुणवत्ता की तथा मानकों का पालन ना किये जाने पर ऐतराज जताया था लेकिन किसी ने भी कोई सुनवाई नहीं की। जब निर्माण कार्यों पर किसी का नियंत्रण ही नहीं है तो यह तो होना ही था।
अधिशासी अधिकारी सेवा राम राजभर की सुनिये। उनका कहना है कि सड़क आठ महीने पहले बनी थी। ठेकेदार से बात हो गई है । वो शीध्र ही टूटी सड़क को ठीक करायेगा। तीन साल का अनुबंध है। यदि सड़क ठीक नहीं करायेगा तो प्रतिभूति जमा राशि जब्त कर ली जायेगी।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल