औरंगाबाद( बुलंदशहर ) गढ्ढा मुक्त सड़क का अभियान हो चुका है हवा हवाई। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर में गड्ढा मुक्त सड़क अभियान शुरू कर अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि प्रदेश की सड़कों को बरसात से पूर्व ही गढ्ढा मुक्त कर दिया जाये। लेकिन अधिकारियों की मनमानी और कारगुजारियों के चलते अभियान टांय-टांय फिस्स होकर ही रह गया।
गड्ढा मुक्त सड़क अभियान की हकीकत देखनी है तो लखावटी सैदपुर मार्ग देखिए। बारह किलोमीटर लंबे मार्ग से लखावटी पसौली महेशपुर ,सेगा जगतपुर ,सेगली,पिपाला, खेड़ी बौंदरा,निसुर्खा, सैदपुर आदि गांवों के लाखों लोगों को आये दिन आना जाना होता है। लेकिन सड़क की हालत देखकर लगता नहीं कि कोई इसका पुरसाहाल भी है। लखावटी से एक किलोमीटर के अंदर जगह जगह गड्ढे कींचड गंदगी के तालाब बन चुके हैं जिनसे होकर गुजरना कितना मुश्किल होता है यह भुक्तभोगियों को ही अच्छी तरह मालूम है। इसी तरह महेश पुर से सेगा तक यही हाल है और निसुर्खा से सैदपुर तक सड़क में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के चलते सड़क का कोई भी पुरसाहाल नहीं है। केवल चुनावों में नेताजी को ग्रामीणों की याद आती है और वोट रुपी फसल काट कर जीत का सेहरा बांध वो ना जाने कहां गायब हो जाते हैं। अगले चुनाव तक ना उन्हें वोटर की याद आती है और ना उसकी समस्याओं की,
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल