परवाना महमूदपुर का आयुष्मान आरोग्य मंदिर ढाई साल में भी अधूरा
सरकारी योजनाओं पर फ्लॉप अमल का जीता-जागता नमूना
औरंगाबाद (बुलंदशहर ) ग्राम परवाना महमूदपुर का निर्माणाधीन आयुष्मान आरोग्य मंदिर ढाई साल से भी अधिक समय से आधा अधूरा पड़ा हुआ है । सरकारी योजनाओं पर फ्लॉप अमल का जीता-जागता नमूना बन कर रह गया है यह आयुष्मान आरोग्य मंदिर परिसर।
विकास खंड जहांगीराबाद अंतर्गत ग्राम पंचायत परवाना महमूदपुर में वर्ष 2021-22 में प्रदेश सरकार ने ग्रामीण लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु बनाई गई आयुष्मान आरोग्य मंदिर योजना में स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाए जाने के लिए चयनित किया था। यही नहीं इसके निर्माण हेतु टैंडर भी तभी छोड़ दिया गया था । लेकिन अभी तक यह स्वास्थ्य उपकेंद्र पूरा नहीं हो सका है। कछुआ गति से चल रहे निर्माण कार्य के चलते यह सफेद हाथी बनकर रह गया है। ग्रामीणों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है। हां इतना अवश्य है कि अधूरा भवन ग्रामीणों के कबाड़ इकट्ठा करने अथवा फालतू सामान रखने के काम में जरुर आ रहा है।
ग्रामीणों का यहां तक कहना है कि कागजों में इस उपकेंद्र को चालू दिखाकर सरकार को जमकर चूना लगाया जा रहा है। निर्माणधीन बिल्डिंग के मेन गेट पर आयुष्मान आरोग्य मंदिर का बोर्ड लगा कर स्वास्थ्य उपकेंद्र को चालू दिखाकर शासन प्रशासन की आंखों में धूल झोंकी जा रही है।
जिला आयुष्मान योजना नोडल अधिकारी आशीष मुदगल ने बताया कि अभी तक परवाना में बिल्डिंग हमारे विभाग को हेंड ओवर नहीं की गई है । मुकेश एडवोकेट के मकान में किराए पर जगह लेकर ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। बिल्डिंग कब तक पूर्ण हो जायेगी यह वो भी नहीं बता पाए।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल