वानर की स्मृति और सनातन सम्मान में प्रतिबद्ध दिखती भदरी रियासत – दिव्य अग्रवाल (लेखक व विचारक)
शेखपुर गाँव में भदरी रियासत के महाराज उदय प्रताप सिंहजी सनातनियों की भावना के अनुरूप प्रतिवर्ष उस स्थान पर बने मंदिर पर भंडारा करवाते आ रहे हैं जहां एक वानर की हत्या मजहबी कट्टरपंथियों द्वारा कर दी गयी थी। विगत कुछ समय से मजहबी समाज की जनसंख्या में व्यापक वृद्धि होने के कारण मजहबी समाज ने भंडारे पर आपत्ति करना आरम्भ कर दिया की इस दिन मोहर्रम के ताजिये इसी मार्ग से जाते है तो भंडारा बंद होना चाहिए । भारत का दुर्भाग्य देखिए की इस्लामिक समाज नाराज न हो जाए इसलिए भंडारे को प्रतिबंधित कर दिया गया क्योंकि इसके आयोजक भदरी महाराज उदय प्रताप सिंह जी हैं तो उन्हें भी प्रशासन द्वारा उनके महल में नजरबंद किया जाने लगा । प्रश्न यह है की क्या सनातन समाज की भावनाओं का ध्यान रखना महत्वपूर्ण नहीं है, ला एंड आर्डर बने रहना और बिगड़ना इस बात पर निर्भर है की इस्लामिक समाज की इच्छा क्या है। सनातन का भविष्य शेखपुर गाँव में क्या होगा यह तो भविष्य पर निर्भर है परन्तु अभिनंदनीय बात यह है की एक वयोवृद्ध व्यक्ति इस आयु में भी अपने धर्म एवं परम्पराओं के लिए संघर्ष करने हेतु तत्पर है । क्षेत्रीय जनता चाहे वो इस्लामिक हो या सनातनी उन सबको भदरी रियासत के महाराज उदय प्रताप सिंह जी के प्रयासों का सम्मान करना चाहिए ,