समर्पण का मतलब मन का अर्पण- संजय गोयल
बुलंदशहर:शुक्रवार को विवेकानंद सरस्वती विद्या मंदिर कॉलेज में हुए समर्पण सप्ताह में कार्यक्रम अध्यक्ष संजय गोयल ने माँ सरस्वती के आगे दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम प्रारंभ किया कार्यक्रम अध्यक्ष समाजसेवी संजय गोयल ने कहा समर्पण का मतलब होता है अपने मन का अर्पण करना संजय गोयल ने कार्यक्रम में मंच से विद्यार्थियों को संदेश दिया कि अपने मन को अर्पण करो मन अर्पण करने से मतलब किसी के प्रति आदर प्रेम श्रद्धा सम्मान विश्वास करना ही समर्पण कहलाता है
संजय गोयल ने कहा भगवान श्री राम अपने पिता राजा दशरथ की आज्ञा का पालन करते हुए चौदह वर्ष वन को चले गए एकलव्य ने अपने गुरु द्रोणाचार्य जी की गुरु दक्षिणा में एकलव्य का दाहिने हाथ का अंगूठा मांगने पर अंगूठा अर्पण कर दिया यही समर्पण है
संजय गोयल ने कहा निश्चित तौर पर जब आप अपनी इच्छाओं आकांक्षाओं अहंकार आदि का त्याग करते हैं तो वही समर्पण है कार्य क्रम अध्यक्ष ने संदेश दिया कि हम सभी के शरीर के अंदर ईश्वर का वास है और हमारी आत्मा ही ईश्वर का अंश है और जब हमारा मन किसी भी गलत कार्य के लिए हमें प्रेरित करता है तो हमारी आत्मा उस गलत कार्य को करने से रोकती है यदि हमने अपने मन को आत्मा ईश्वर के लिए समर्पण कर दिया और आत्मा की आवाज को सुनना शुरू कर दिया तो हम गलत कार्य कर ही नहीं सकते इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहित चौहान विजय कुमार गौरव कुमार अनिल शर्मा सचिन कुमार ओमकार महिपाल वंदना मेंम प्रियंका मेंम आदि सैकड़ो विद्यार्थी उपस्थित रहे