बुलन्दशहर

पूर्व सभासद के अवैध कब्जे को हटवाया 

असरदार लोगों के अवैध कब्जे बरकरार , जमकर हुई नोंक-झोंक बोर्ड उखाड़ फैंका 

औरंगाबाद (बुलंदशहर) नगर पंचायत औरंगाबाद में मंगलवार का दिन नगर पंचायत अधिकारियों की मनमानी और पक्षपात पूर्ण कार्रवाई के नाम रहा।

नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी सेवा राम राजभर ने पंचायत कर्मचारियों को साथ लेकर मंगलवार को नगर पंचायत कार्यालय के बाहर से नगर पंचायत की भूमि पर अवैध कब्जे हटवाने का अभियान पुलिस व नायब तहसीलदार की मौजूदगी में शुरू किया। पूर्व सभासद और पूर्व सपा नगर अध्यक्ष रियाजउद्दीन कुरैशी के मरहूम भाई की जमीन जो कि नगर पंचायत की भूमि बताई जाती है पर से अवैध कब्जा हटवाया गया। और तत्काल भूमि पर नगर पंचायत के स्वामित्व का बोर्ड लगा दिया गया। संबंधित पक्ष के एक युवक ने बोर्ड उखाड़ फैंका। मौके पर पहुंचे पूर्व सभासद रियाजउद्दीन कुरैशी ने बताया कि चक सं 1314 में उनके मरहुम भाई फहीमुद्दीन कुरैशी के यतीम बच्चों के साथ साथ पूर्व चेयरमैन व वर्तमान चेयरमैन के परिजनों के भी उसी प्रकार बैनामे हुए जैसे अन्य असरदार लोगों के हुए हैं। यही नहीं नगर पंचायत द्वारा इनके नक्शे भी पास किये जा चुके हैं और नगर पंचायत द्वारा हाउस टैक्स भी वसूला जा रहा है। सिर्फ उनके परिजनों की भूमि पर ही कब्जा हटाने की कार्रवाई असंवैधानिक और पक्षपात पूर्ण है। नगर पंचायत कार्यालय में अधिकारियों की वार्ता के पश्चात 20 दिसंबर तक प्रतिवादी पक्ष को अपने अभिलेख प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।

इसके बाद नगर पंचायत के अमले ने जेसीबी मशीन साथ लेकर सड़क किनारे अस्थाई अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया। दुकानदारों ने सड़क के दोनों तरफ समान दूरी तय करने और अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की लेकिन उनकी एक नहीं चली। अधिकारियों ने मनमाने तरीके से कहीं पांच हजार रुपए का जुर्माना वसूला कहीं एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया। किसी को बख्शा तो किसी की टीन टप्पर जेसीबी मशीन से उखाड़ फैंका। हालांकि मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार ललित नारायण प्रशांत ने बिना भेदभाव अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया लेकिन अधिकतर समय नगर पंचायत अधिकारियों की मनमानी चरम पर जारी रही। जहांगीराबाद चौराहे पर अनेक व्यापारियों ने नगर अध्यक्ष शिव कुमार गुप्ता नितिन सिंघल के नेतृत्व में मौके पर पहुंचकर मनमानी कार्रवाई पर विरोध जताया और अधिकारियों को अतिक्रमण अभियान स्थगित करने के लिए बाध्य कर दिया।

व्यापारियों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के लिए सभी के लिए समान नियमावली बनाई जाये और व्यापारियों को विश्वास में लेकर अभियान चलाया जाये। पक्षपात पूर्ण कार्रवाई को सहन नहीं किया जायेगा।

नगर पंचायत द्वारा फिलहाल 15 दिसंबर तक अभियान स्थगित करने की घोषणा की गई है। अधिशासी अधिकारी सेवा राम राजभर ने बताया कि 22 अतिक्रमण कारियों से बीस हजार रुपए जुर्माना वसूला गया है। अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी रहेगा।

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

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