नगर पंचायत का पंप चल रहा है बिजली चोरी से, विद्युत विभाग मौन
मामला संज्ञान में नहीं है- एस डी ओ औरंगाबाद

औरंगाबाद( बुलंदशहर )एक ओर जहां विद्युत विभाग आम आदमी को बिजली चोर बताकर उसे अपने शोषण और उत्पीड़न का शिकार बनाने से जरा नहीं चूक रहा वहीं दूसरी ओर बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की तरफ से आंखें मूंदे अपनी मौन स्वीकृति देने से बाज नहीं आ रहा।
नगर पंचायत औरंगाबाद का पंप नं चार जो कि मौहल्ला अजीजाबाद में चामुंडा मंदिर के पास स्थित है धड़ल्ले से बिजली चोरी से चलाया जा रहा है। इस पंप पर हो रही बिजली चोरी एक अरसे से होती आ रही होने के बाबजूद विद्युत अधिकारियों कर्मचारियों को नज़र ही नहीं आ रही है जबकि बिजली चोरी रोकने के नाम पर कर्मचारियों अधिकारियों के दल कस्बे में गरीबों के घरों को टारगेट किये रहते हैं।
पंप नं चार पर बिजली चोरी का मामला उस समय प्रकाश में आया जब नगर पंचायत के कुछ सभासदों ने नगर पंचायत के सर्वेसर्वाओं पर फर्जी लोगों की नियुक्ति दर्शाकर उनके नाम पर लाखों रुपए महीने वेतन हड़प कर लिये जाने का संगीन आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच पड़ताल करने की मांग की। अधिशासी अधिकारी द्वारा गठित जांच समिति ने पाया कि पंप नं चार पर बिजली कनेक्शन स्वीकृत ही नहीं हुआ और उसके संचालन के लिए नगर पंचायत के दागी बाबू ने अपने सगे भाई सुरेंद्र को बतौर संचालक तैनात दिखाकर मोटी रकम नगर पंचायत से वसूल कर ली। जांच कमेटी ने पाया कि नगर पंचायत के इस पंप को लाइन पर सीधे तार डाल कर चलाया जा रहा है। और सुरेंद्र दो चार दिन से ही पंप पर नजर आया है उससे पहले मौहल्ले वालों द्वारा संचालित किया जा रहा था।
खास बात यह है कि सरकारी विभाग द्वारा हो रही बिजली चोरी रोकने अथवा उसके खिलाफ कोई कार्रवाई करने की सुध बिजली विभाग के किसी भी अधिकारी को नहीं आई।
एस डी ओ औरंगाबाद का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल