बिल्लियों की सेवा कयामत के दिन हमारी नेकियों का पैमाना बन जाती है – नौशाद मलिक

बागपत( उत्तर प्रदेश) रॉयल हेल्प लाइफ संस्था के चेयरमैन व प्रमुख समाजसेवी नौशाद मलिक को बिल्लियों से गहरा लगाव है। नौशाद मलिक ने बताया कि इस्लामी परम्परा में बिल्लियों का एक महत्वपूर्ण स्थान है और मुस्लिम समाज में बिल्लियां पालतू जानवरों के रूप में बहुत लोकप्रिय है। बताया कि बिल्लियों को हलाल जानवरों के रूप में नही माना जाता है। पैगंबर मुहम्मद – सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने बिल्लियों को प्यार से पाला और उनसे प्यार किया। बताया कि पैगंबर मुहम्मद – सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम बिल्लियों के प्रति दयालु थे और उनके समय में बिल्लियों को मारने वालों को सजा का प्रावधान था। बताया कि मुस्लिम समाज में बिल्लियों को आर्शीवाद के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। उनको धार्मिक रूप से शुद्ध माना जाता है और उन्हें घरों व मस्जिदों में भी स्वतंत्र रूप से प्रवेश करने की अनुमति होती है। नौशाद मलिक ने कहा कि हमें बिल्लियों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए, उन्हें चोट नहीं पहुॅंचानी चाहिए, उन्हें प्रताड़ित नही करना चाहिए और उन्हें अनदेखा नही करना चाहिए। कहा कि हमें बिल्लियों को जीवित प्राणियों के रूप में उनके अधिकार देने चाहिए । बताया कि बिल्लियों दिल से की गयी सेवा आखिर में कयामत के दिन हमारी नेकियों का पैमाना बन जाती है।
रिपोर्टर विवेक जैन