सुप्रसिद्ध साहित्यकार माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती पर दि ग्राम टुडे प्रकाशन समूह का आनलाइन आयोजन
पाक्षिक ई पत्रिका के माखनलाल चतुर्वेदी स्मृति अंक का लोकार्पण

धामपुर: सुप्रसिद्ध साहित्यकार माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती पर दि ग्राम टुडे प्रकाशन समूह के आनलाइन आयोजन में एक सौ पच्चीस साहित्यकारों को टी जी टी माखनलाल चतुर्वेदी स्मृति सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पत्रिका के विशेषांक का भव्य लोकार्पण भी किया गया।
टीजीटी समूह के संरक्षक अनिल पांडेय की अध्यक्षता और सुबाष चंद्र पाण्डेय के संचालन में सम्पन्न कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ.अनिल शर्मा ‘अनिल’ ने कहा कि एक भारतीय आत्मा माखनलाल चतुर्वेदी की रचनाएँ राष्ट्रीय भावना से युक्त हैं। उनमें स्वतंत्रता की चेतना के साथ देश के लिए त्याग और बलिदान की भावना मिलती है। इसीलिए उन्हें एक भारतीय आत्मा कहा जाता है।
विशिष्ट अतिथि समूह संपादक डॉ शिवेश्वर पांडेय ने कहा कि चतुर्वेदी जी की रचनाएं हिमकिरीटिनी, हिम तरंगिणी, युग चारण, समर्पण, मरण ज्वार, माता, वेणु लो गूंजे धरा, बीजुरी काजल आँज रही आदि आज भी समाज को प्रेरणा देती है।
विशिष्ट अतिथि शोधादर्श के संपादक अमन त्यागी ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भी माखनलाल चतुर्वेदी जी का विशेष योगदान रहा। उनके साहित्यिक और सामाजिक अवदान को स्मरण करके टीजीटी ग्रुप ने उनको सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है।
विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार साहित्यांजलि प्रभा के संपादक डॉ.भगवान प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि साहित्यकार चतुर्वेदी जी की रचनाएं कृष्णार्जुन युद्ध, साहित्य के देवता, समय के पाँव, अमीर इरादे :गरीब इरादे आदि प्रसिद्ध गद्यात्मक कृतियाँ हैं। जो आज भी लोकप्रिय है।
विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार दिनेश चंद अग्रवाल नवीन ने कहा कि महान साहित्यकार की जयंती पर उनकी प्रसिद्ध रचना मुझे छोड़ देना वनमाली उस पथ पर तुम देना फेंक , मातृभूमि पर शीश चढ़ाने जिस पथ जाते वीर अनेक का पाठ किया।
चतुर्वेदी जी स्मृतियों को नमन करते हुए अध्यक्ष अनिल पांडेय ने कहा कि दि ग्राम टुडे की ओर देश भर के चुनिंदा एक सौ पच्चीस साहित्यकारों का सम्मान करना अभूतपूर्व आयोजन है। इसका श्रेय ग्रुप के समूह संपादक डा शिवेश्वर दत पांडेय की कार्ययोजना और लगन को ही जाता है।
संचालन कर रहे सुभाष पांडेय ने विभिन्न काव्य पंक्तियां दोहराते हुए चतुर्वेदी जी को स्मरण किया।
इस आयोजन में देश के विभिन्न कोनों से लगभग अढ़ाई दर्जन साहित्यकारों ने भाग लिया।
इस अवसर पर देश भर के 125 साहित्य मनीषियों को राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार पाण्डेय ने आनलाईन “टीजीटी माखनलाल चतुर्वेदी सम्मान 2025 से सम्मानित किया।
सम्मान पाने वाले मनीषियों मे सर्व श्री डा अनिल शर्मा “अनिल”, प्रेमा पटेल, विजया ठाकुर, अनीता मंदिलवार सपना, विनीता चौरसिया, मधु कवि राकेश माधुकर, महेंद्र जोशी, पूनम त्रिपाठी, ओमप्रकाश जोशी, विजयलक्ष्मी जलज, नीतू रवी गर्ग, चंद्रा सायता, पं.चंद्रशेखर, आभा गुप्ता, निकेता पाहुजा, अलका गुप्ता प्रिदर्शनी, ऋतु जैन, संजीव कश्यप, बेला बिल्ली, नरेंद्र कुमार, रजनी कटारे हेम, दुर्गेश मोहन, बलराम सोनी, महेंद्र वर्मा, अर्पणा गर्ग, मीनू त्रिपाठी, सावित्री शर्मा, दिनेश चंद गुरुगरिया द्विज, मनीषी सिन्हा, आशा उमेश पांडे अविरल श्यामसुंदर निगम, मुन्ना प्रसाद, रंजना बिनानी काव्या, रेखा रानी, सविता सिंह मीरा, ओम प्रकाश मिश्रा मधुव्रत, संध्या श्रीवास्तव सांझ, लक्ष्मी सिंह, दिव्यांजलि वर्मा, पार्वती देवी गौरा, निधि वर्मा, पुष्पलता, अंजलि गोयल अंजू, अमरेंद्र, बृज किशोरी त्रिपाठी, डा प्रमोद शर्मा प्रेम, राम शंकर सिंह, डॉ प्रिया, डॉ चंद्रेश कुमार छतलानी, त्रिलोचन जोशी टीसी गुरु, कवि बाबूलाल इणखिया, आशा शुक्ला कृतिका, राजीव नंदन मिश्रा, डॉ राजेश श्रीवास्तव राज, पूनम बागड़िया पुनित, ईभा प्रसाद, स्नेह लता पांडे स्नेह, आशीष भारती, मयंक शुक्ला, नीतू अग्रवाल, गीता पांडे अपराजिता, ईश्वर चंद्र विद्यावाचस्पति, आकाश शर्मा आजाद, अनुराग उपाध्याय, मीनाक्षी सुकुमारन, प्रीति चौधरी मनोरमा, डॉ सुमन मेहरोत्रा, नफे सिंह योगी, सुनीता गुप्ता, जेपी शर्मा, सरला मेहता, डॉ रामशंकर चंचल, अलका पांडे, नीता लुनिवाल मीत, मंजू गुप्ता, लोकेश कुमार मीणा आजाद, रेनू मिश्रा दीपशिखा, पंकज एस पांडे, धीरज कुमार शुक्ला फाल्गुन, डॉ पूर्णिमा पांडे पूर्णा, हिमांशु जैन मीत, डॉ पुष्पा सिंह, संध्या चतुर्वेदी, मदन गोपाल गुप्ता अकिंचन, विद्या शंकर विद्यार्थी, मंजुला शरण मनु, डॉ करनल आदि शंकर मिश्रा आदित्य, गोवर्धन सिंह फोदार सच्चिदानंद, रश्मि मृदुलिका, शशिकांत श्रीवास्तव, ममता श्रवण अग्रवाल, प्रतिमा पाठक, वीणा गुप्ता, उषा अग्रवाल जलकिरण, कैलाश चंद साहू, हिमलेश वर्मा, डॉ सरिका ठाकुर जागृति, विना आडवानी तन्वी, संजय प्रधान, अमर सिंह राय, आरती झा आद्या, गौतम सिंह अनजान, आनंद नारायण पाठक अभिनव, ऋतु गर्ग, मिठू डे, एस के कपूर श्री हंस, जगदीश कौर, मीना जैन, विनोद कुमार दुबे, वीरेंद्र जैन माहिर ,अमन कुमार त्यागी,डॉ. भगवान प्रसाद उपाध्याय,दिनेश चंद्र अग्रवाल नवीन आदि मुख्य रहे।