पेरिस 2024-पैरालंपिक खेलों में कांस्य पदक विजेता गलगोटियास विश्वविद्यालय के छात्र राकेश कुमार और क्वार्टर फ़ाइनलिस्ट सरिता देवी का स्वदेश पहुँचे पर हुआ भव्य स्वागत
राकेश कुमार और सरिता देवी ने इन्दिरा गाँधी एयरपोर्ट पर पहुँचते ही अपने देश की पावन माटी को मस्तक से लगाकर किया नमन। ख़ुशी से छलक आये दोनों के आँसू
ग्रेटर नोएडा:आज दिल्ली एयरपोर्ट पर जैसे ही पेरिस 2024-पैरालंपिक खेलों में कांस्य पदक विजेता गलगोटियास विश्वविद्यालय के छात्र राकेश कुमार और क्वार्टर फ़ाइनलिस्ट सरिता देवी स्वदेश पहुँचे तो उनका स्वागत करने के लिये पहले से ही वहाँ पर उपस्थित गलगोटियास विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों, मित्रों, परिजनों और उनके गलगोटियास विश्वविद्यालय के खेल अधिकारी श्री प्रशाँत भारद्वाज के साथ आये हुए अपार जन समूह को देखकर बहुत ही भावुक हो गये दोनों खिलाड़ी। पैरालंपिक खेलों में कांस्य पदक विजेता श्री राकेश कुमार और और क्वार्टर फ़ाइनलिस्ट सरिता देवी को शुभकामनाएँ देने वालों की अपार भीड़ देखने को मिली। कोई उनको माला पहना रहा था तो कोई उनको गुलदस्ता भेंट कर रहा था। दोनों खिलाड़ी सभी का अभिवादन स्वीकार करके सभी का आभार व्यक्त कर रहे थे। पूरे भारत के लिये और विशेष रूप से गलगोटियास विश्वविद्यालय के लिये ये भावुक पल बहुत ही गर्व के पल थे।
उनके कोच प्रशाँत भारद्वाज, शिवानंद, लोकेशन, गजेंद्र, गौत्तम, प्रतीक, आलोक, आशुतोष, आदि वहाँ पर विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस शुभ अवसर पर गलगोटियास विश्वविद्यालय के चॉसलर श्री सुनील गलगोटिया ने दोनों प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सह्रदयी शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हमारे देश के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों ने एक बार फिर से अपनी मेहनत, समर्पण और अनुशासन का परिचय देते हुए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।
इन्होंने हमारे देश का और हमारे विश्वविद्यालय का मान तो बढ़ाया ही है, बल्कि लाखों युवाओं के लिए ये दोनों एक प्रेरणा का स्रोत भी बने हैं। हम इन दोनों खिलाड़ियों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए हार्दिक बधाई देते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।
गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डा० ध्रुव गलगोटिया ने अपने दोनों विद्यार्थियों के लिये कहा कि उनकी इस सफलता के पीछे उनके परिवार, उनके कोच और सहयोगियों का समर्थन और परिश्रम भी अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है, जिनका आभार प्रकट करते हुए हम सभी को धन्यवाद देते हैं। आगे उन्होंने कहा कि यह समय केवल जश्न मनाने का ही नहीं है, बल्कि आगे के लिए और अधिक कड़ी मेहनत करने का भी है। हमें विश्वास है कि ये खिलाड़ी भविष्य में भी इसी प्रकार से अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे और देश को गर्व महसूस कराएंगे।और भविष्य में ये नये से नये कीर्ति मानों की स्थापना करके अपने राष्ट्र और अपने गलगोटियास विश्वविद्यालय का नाम पूरी दुनिया में रोशन करेंगे। मैं इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।