मंदिर मस्जिद जाने वाले गुजरते गन्दे पानी से
लाखों का खर्च करके भी जलभराव समस्या से छुटकारा नहीं

औरंगाबाद( बुलंदशहर )कस्बे में मंदिर मस्जिद जाने वालों को अक्सर गन्दे पानी कींचड से होकर गुजरने को बाध्य होना पड़ता है। लाखों का खर्च कर दिए जाने के बाबजूद श्रृद्धालुओं की समस्या बरकरार है।
कस्बे के प्राचीन नागेश्वर मंदिर को जाने वाले रास्ते पर अक्सर गन्दे पानी कींचड टूटी नालियां नजर आती हैं। मामूली बारिश हो जाने पर तो निकलना तक दूभर हो जाता है लोगों का कहना है कि जब अभी ये हाल है तो मानसूनी बारिश के मौसम में क्या हाल होगा । नागेश्वर मंदिर रोड पर सिर्फ श्रृद्धालुओं को ही परेशान नहीं होना पड़ता बल्कि इस रोड पर एनपीएस पब्लिक स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल तथा श्मशान घाट जाने वालों को भी परेशानी उठानी पड़ती है।
ऐसा नहीं है कि नगर पंचायत के सर्वेसर्वाओं ने समस्या समाधान कराये जाने के लिए कोई प्रयास ही नहीं किया हो। लाखों का खर्च करके यहां तक कि बिना किसी टैंडर प्रक्रिया को अपनाये चहेते ठेकेदारों को काम पर लगाया वो और बात है कि काम पूरा हो जाने के बाद टैंडर छोड़ने की औपचारिकता पूरी कर ली गई लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। सर्वेसर्वाओं ने अगस्त 24 में टैडर पास कराये बिना जो सात विकास कार्यों को अपने चहेते ठेकेदारों से पूरा कराया था उनमें यह काम भी शामिल था। शिकायत शासन प्रशासन तक पहुंचीं लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात रहा।
यही हाल लुहारान मस्जिद जाने वाले मार्ग पर है। यहां के वाशिंदों को मस्जिद जाने पर लगभग हर रोज कींचड बदबू दार गंदे पानी में से होकर गुजरने को बाध्य होना पड़ता है। यहां के वाशिंदों को नरक से भी बदतर हालात में जीने की आदत सी हो चुकी है। उनका मानना है कि जब कहीं कोई सुनवाई होनी ही नहीं है तो चीखने चिल्लाने से फायदा भी क्या है।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल