विचार

पहलगाम पर मौन पाकिस्तान पर काऊं काऊं ऑन – दिव्य अग्रवाल (लेखक व विचारक)

पहलगाम में जब भारतीयों की हत्याएं की गयी तो बहुत से बुद्धिजीवी मौन थे और जिहादी मानसिकता वाले खुश थे इतना ही नहीं जब विरोध पूर्वक पाकिस्तान के झंडे को सड़को पर लगाया गया तो भारत में रहने वाले कुछ मुसलमान ऐसे भी थे जिन्होंने पाकिस्तानी झंडे को सड़क पर से हटा दिया था आज जब भारत अपने नागरिको की मौत का बदला प्रचंड तरीके से ले रहा है तो बुद्धिजीवी कौओं ने काऊं काऊं कर शान्ति का राग अलापना प्रारम्भ कर दिया है लेकिन यह नया भारत है जो किसी भी षड्यंत्र का उत्तर सशक्त प्रहार के माध्यम से देगा । कुछ जिहादी मानसिकता वाले लोग जो पहलगाम पर खुश थे, विश्वास कीजिए वो लोग भारत की सैन्य और शस्त्र शक्ति से भयभीत होकर ऑपरेशन सिन्दूर के चित्र अपने अपने सोशल मीडिया पर लगा रहे हैं। भारत ने पुरे विश्व को दिखा दिया है की राष्ट्रद्रोही देश के अंदर हो या बाहर किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा । अब तो राष्ट्र प्रेमी भारतीय कहने लगे हैं की जिस परिवार ने भारत भूमि का विभाजन कर मजहबी चरमपंथ के रूप में पाकिस्तान को जन्म दिया था आज समय है की उस जमीन को असंख्य भागो में विभाजित कर आतंकी विचारधारा का समूल नाश कर देना चाहिए ।

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