गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ जस्टिस एंड गवर्नन्स द्वारा चौथी पी. एन. माथुर मेमोरीयल राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता के उद्घाटन सत्र का हुआ आयोजन

ग्रेटर नोएडा:गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ, जस्टिस एंड गवर्नेंस द्वारा आयोजित चौथी पी.एन. माथुर मेमोरियल राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह भव्य रूप से संपन्न हुआ। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. रमा शर्मा ने सभी अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए प्रतियोगिता के उद्देश्यों से परिचय कराया। अधिष्ठाता डॉ. के.के. द्विवेदी ने स्वागत भाषण में प्रतियोगिता की निरंतर परंपरा और इसकी शैक्षणिक महत्ता पर गर्व व्यक्त किया।
इस समारोह में मुख्य अतिथि, माननीय न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता (न्यायाधीश, भारत का सर्वोच्च न्यायालय); विशिष्ट अतिथि, माननीय न्यायमूर्ति विनय कुमार माथुर (सेवानिवृत्त न्यायाधीश, इलाहाबाद उच्च न्यायालय); और श्री चेतन शर्मा (विद्वान अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल, दिल्ली उच्च न्यायालय) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। 
माननीय न्यायमूर्ति विनय कुमार माथुर ने प्रेरणादायक शब्दों के साथ अपने सम्बोधन में न्याय के संरक्षक के रूप में अपने और अपने पिता के सफ़र को याद किया, महिलाओं के अधिकारों की वकालत और कानूनी पेशे में जवाबदेही की आवश्यकता और ज़िम्मेदार व कुशल क़ानूनी पेशेवरों को गढ़ने में मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर दिया।
इसके उपरांत मुख्य अतिथि श्री चेतन शर्मा ने प्रतिभागियों को क़ानूनी पेशे को शांति, संयम और महान आदर्शों को प्रतिबद्धता के साथ अपनाने के लिए प्रेरित किया तथा विधि प्रतिभा को निखारने वाले ऐसे बौद्धिक रूप से प्रेरक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए विश्वविद्यालय की भी सराहना की।
उद्घाटन भाषण में मुख्य अतिथि, माननीय न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता ने एक वकील के जीवन के हर पहलू में अनुशासन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने वकालत कौशल को निखारने और अदालतों में प्रभावी ढंग से पैरवी करने की क्षमता बढ़ाने में मूट कोर्ट गतिविधियों की परिवर्तनकारी भूमिका के बारे में बात की।
अध्यक्षीय भाषण में प्रो. राणा प्रताप सिंह (माननीय कुलपति, जीबीयू) ने उभरते विधि पेशेवरों में विश्लेषणात्मक और तर्कपूर्ण कौशल विकसित करने में ऐसी प्रतियोगिताओं के महत्व पर प्रकाश डाला।
समारोह का समापन स्कूल ऑफ लॉ जस्टिस एंड गवर्नन्स के विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार तिवारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने आयोजन की सफलता में योगदान के लिए सभी गणमान्य व्यक्तियों, प्रतिभागियों और आयोजकों का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
उद्घाटन समारोह के बाद, प्रतियोगिता का प्रारंभिक दौर 8 नवंबर 2025 को शुरू हुआ, जिसके साथ दो दिनों तक चलने वाले गहन कानूनी विचार-विमर्श और जोशीले वकालत सत्र की शुरुआत हुई।देश भर के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों की कुल 62 टीमों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया है।
ध्यातव्य है कि पिछले वर्ष 2024 में भी मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन बहुत ही भव्य और सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ था । कार्यक्रम के सफल आयोजन पर गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो . राणा प्रताप सिंह, कुलसचिव, डॉ. विश्वास कुमार त्रिपाठी जी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विधि विभाग के शिक्षकों और छात्र छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनएँ प्रेषित किया ।
यह प्रतियोगिता विधि क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्ति, स्वर्गीय न्यायमूर्ति श्री प्रेम नारायण माथुर की स्मृति में आयोजित की गयी है । इस कार्यक्रम में श्रीमती सोनिया माथुर (वरिष्ठ अधिवक्ता, भारत के सर्वोच्च न्यायालय सहित कई प्रख्यात न्यायविदों, विधि-विभाग के गणमान्य व्यक्तियों और शिक्षाविदों, विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, और प्रतिभागियों की सम्मानित उपस्थिति देखी गई।
9 नवंबर को कार्यक्रम के समापन सत्र में माननीय श्री जस्टिस ओ .पी. शुक्ला , जज, दिल्ली उच्च न्यायालय; माननीय श्री जस्टिस सी हरी शंकर , जज, दिल्ली उच्च न्यायालय, माननीय श्री ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह , जज, सप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया , माननीय श्री जस्टिस विनय कुमार माथुर, सेवा निवृत्त जज, इलाहाबाद उच्च न्यायालय सम्मिलित होंगे।





