बुलन्दशहर

लाल तालाब पुर्नजीवित आंदोलन चार अगस्त प्रातः 11 बजे से आमरण अनशन चालू

मलका पार्क में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के साऐं में होगा आमरण अनशन

बुलंदशहर:लाल तालाब पुर्नजीवित आंदोलन के प्रवक्ता संजय गोयल ने कहा कि बुलंदशहर के लाल तालाब को बचाने व पुनर्जीवित का यह अंतिम अवसर है। यही बात इस आंदोलन का मूल आधार है। भारत के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी व प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी भी चाहते है कि देश व प्रदेश के अन्दर मृत तालाबों को जिन्दा किया जाऐ। तालाबों का सौर्न्दयकरण किया जाऐ। क्योकि यह पृथ्वी की प्यास बुझाते है। साथ ही पृथ्वी के अंदर जल स्तर को उंचा उठाने में मददगगार है।

हमारे आंदोलन में यह बात उभर कर सामने आई कि यह लाल तालाब कोई साधारण तालाब नहीं था। यह भव्य तालाब था। जिसको 1884 में एफएफस ग्राउस तत्कालीन जिला अधिकारी ने तत्कालीन गर्वनर लायल के नाम से बनवाया था। यह चूंकि लाल पत्थर से बना हुआ था। इसलिए बाद में इसका प्रचलित नाम लाल तालाब पड़ गया। जो आजादी के बाद भी कायम रहा। इसमें उतरने के लिए बारह सीढ़ीयां बनाई गई थीं। जिनकी चौड़ाई तीन-तीन फिट थी। दो मेहराब भी बने हुए थे। यह सब इतिहास में दर्ज है।

ऐसे लाल तालाब को जिन्दा करने के अभियान में हम लोग जुटे हुए हैं। बुलंदशहर का पुलिस प्रशासन लाल तालाब को पुनः जीवित करने में सहयोग करने के बजाय। उन लोगों को बचाने का अधिक इच्छुक प्रतीत हो रहा है। जिन्होनें इस तालाब को जिन्दा जमीन में दफन कर दिया है।

हमें न चुनाव लड़ना न किसी राजनैतिक दल में कोई पद लेना न ही हमें अपने प्रचार का शौक है। हमारे किसी भी हाल्डिंग या पर्चे पर आमरण अनशन करने वाले का फोटो तक नहीं है। नाम भी इन लोगों ने जबरदस्ती लिख दिया। अशोक शर्मा अपना नाम भी आमरण अनशन के प्रचार में नहीं देना चाह रहे थे।

पुलिस प्रशासन की उदासीनता के चलते मजबूर होकर आमरण अनशन का फैसला लेना पड़ा। यह आंदोलन बुलंदशहर के लोगों की पाॅच मांगों को लेकर चलाया जा रहा है। जिन अधिकारियों ने साज करके पक्के लाल तालाब को नष्ट किया है उनके खिलाफ जांच कर विधिक कार्यवाही की जाऐ। इस लाल तालाब को पुर्नजीवित किया जाऐ। यहां पर स्थापित दुकानदारों की समुचित व्यवस्था की जाऐ। बुलंदशहर जिले के सभी लातपा तालाबों को पुर्नजीवित किया जाऐ व जिन व्यापारियों के पास जीएसटी नम्बर है। उनको अपनी सुरक्षा हेतु शस्त्र लाईसेंस दिए जाऐं।

यह आमरण अनशन होगा चाहे हमें खुले आसमान के नीचे यह आमरण अनशन करना पड़े। चार अगस्त से 11 बजे से आमरण अनशन चालू हो जाऐगा। यह आंदोलन भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अंहिसावादी तरीके से चलाया जाने वाला आंदोलन है। मलका पार्क में उन्ही की प्रतिमा के साऐ में बैठकर अशोक शर्मा ब्यूरो चीफ नवोदय टाइम्स बुलंदशहर आमरण अनशन करेगें। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती है।

लाल तालाब पुर्नजीवित आंदोलन के प्रवक्ता संजय गोयल ने कहा किआप सभी के सहयोग से अब यह आंदोलन बुलंदशहर के नागरिकों का आंदोलन बन चुका है। बुलंदशहर के अनेक समाजिक संगठन व संस्थाऐं इसमें अपना समर्थन दे चुके है। आप सभी का सहयोग व साथ चाहिए।

 

 

 

 

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