श्री आदर्श रामलीला सूरजपुर के छठवें दिन राम–केवट संवाद और दशरथ मरण के दृश्य ने बांधा समां
बाराही दशहरा मेला प्रांगण में श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब, मंचन देख भावुक हुए दर्शक

ग्रेटर नोएडा: क़स्बा सूरजपुर स्थित बाराही दशहरा मेला प्रांगण में चल रही भव्य श्री रामलीला के छठवें दिन शनिवार की रात श्रद्धालुओं और दर्शकों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्री आदर्श रामलीला कमेटी सूरजपुर द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी आयोजित की जा रही रामलीला का भव्य मंचन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बन गया है बल्कि सामाजिक–सांस्कृतिक चेतना का भी बड़ा माध्यम बन रहा है,
मुख्य अतिथि महेश शर्मा और गुलिस्तानपुर निवासी समाजसेवी व बिल्डर प्रकाश चौहान, साहित्यकार भगवत प्रसाद शर्मा का कमेटी पदाधिकारियों ने माल्यार्पण और स्मृति चिन्ह स्वरूप तलवार भेंट कर भव्य स्वागत किया।
साहित्यकार भगवत प्रशाद शर्मा की कविता ने दर्शकों को किया भाव विभोर। उन्होंने रामायण के मार्मिक प्रसंग श्री जानकी जी के हरण की लीला का एक बहुत ही भावुक प्रसंग अपनी कविता के माध्यम से सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। इसके लिये श्री आदर्श रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा भगवत प्रशाद शर्मा को माला और राम नाम का दुपट्टा पहनाकर और स्मृति चिह्न भेंट करके सम्मानित भी किया।
विशेष प्रसंगों ने बांधा समां
शनिवार की रात राघव कला केंद्र के कलाकारों द्वारा भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और सीता के वन गमन का जीवंत मंचन किया गया। इसके बाद राम–केवट संवाद का दृश्य प्रस्तुत होते ही वातावरण भक्ति और भावनाओं से सराबोर हो गया। केवट की भूमिका निभाने वाले कलाकार ने अपने अभिनय से ऐसा समां बांधा कि दर्शक तालियों की गड़गड़ाहट से झूम उठे।
इसके साथ ही महाराज दशरथ मरण का मार्मिक दृश्य मंचित किया गया, जिसे देखकर अनेक दर्शकों की आंखें नम हो गईं। मंचन के दौरान दर्शकगण श्रद्धा, करुणा और आस्था से भावविभोर होकर लीला में डूबते रहे।
कार्यक्रम में श्री आदर्श रामलीला कमेटी सूरजपुर के अध्यक्ष सतवीर भाटी, महासचिव एडवोकेट सतपाल शर्मा, महाप्रबंधक लक्ष्मण सिंघल, प्रबंधक ओमवीर बैंसला, कोषाध्यक्ष विशाल गोयल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल भाटी, नितिन शर्मा एडवोकेट, सुभाष शर्मा (आर.के. कैसेट वाले), छत्रपाल व्यास, टेकचंद प्रधान, रघुवीर (जेसीबी वाले), ओमपाल ठाकुर, विनोद पंडित (तेलवाले), अशोक शर्मा, पंडित राजेश (ठेकेदार), वीरपाल भगत, भगत सिंह आर्य, आचार्य शिव किशोर, देवा पंडित, नवीन देवधर समेत अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता गण मौजूद रहे।
दर्शकों की उमंग
रात्रि तक चले इस मंचन में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बड़ी संख्या में शामिल हुए। बच्चों ने भगवान राम के दृश्यों को उत्साह के साथ देखा जबकि बुजुर्ग दर्शकों ने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजनों से नई पीढ़ी को हमारी संस्कृति और आदर्शों से जोड़ने का कार्य होता है।