हिंडन नदी के किनारे विकसित किए जाएंगे रिवर फ्रंट: जिलाधिकारी
जल है तो कल है अभियान कार्यक्रम में जुटे दिग्गज
राजेश बैरागी (स्वतंत्र पत्रकार व लेखक)
‘जल है तो कल है’ अभियान के तहत जनपद गौतमबुद्धनगर के 1031 तालाबों को पुनर्जीवित करने वाले योद्धाओं ने आज नोएडा स्थित इंदिरा गांधी कला केंद्र में एकत्रित होकर भविष्य के लिए जल संरक्षण और पर्यावरण रक्षा का संकल्प दोहराया। इस अवसर पर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा जन जागरुकता और जन सहयोग के बिना कोई अभियान सफल नहीं हो सकता है।
वाईएसएस फाउंडेशन और 137 वॉलेंटियर्स के संयुक्त तत्वावधान में ‘जल है तो कल है’ थीम पर आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी आशुतोष द्विवेदी, यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल सिंह व उपमहाप्रबंधक राजेन्द्र सिंह भाटी, जिला वन अधिकारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव,यूफलेक्स के प्रेसिडेंट दिनेश कुमार जैन,कोनरवा के पी एस जैन तथा पर्यावरण रक्षा के लिए पिछले आठ वर्षों से निरंतर प्रयास कर रहे अभिष्ट कुसुम गुप्ता समेत नोएडा एनसीआर के तमाम दिग्गजों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जनपद में जल संरक्षण और वृक्षों के संरक्षण के साथ जल प्रदूषण को समाप्त करने का अभियान चलाया जा रहा है। हिंडन नदी को स्वच्छ करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है। शीघ्र ही हिंडन नदी का नया स्वरूप देखने को मिल सकता है तथा इसके किनारों पर रिवर फ्रंट भी विकसित किए जाएंगे। उन्होंने जल संरक्षण और पर्यावरण हितैषी लोगों तथा नोएडा ग्रेटर नोएडा व यीडा प्राधिकरणों द्वारा तालाबों को पुनर्जीवित करने के लिए किए गए प्रयासों की भी जमकर सराहना की। ग्रेटर नोएडा एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि देश स्वतंत्र होने के समय देश में 24 लाख तालाब अस्तित्व में थे जिनमें से 22 लाख गायब हो चुके हैं और मात्र दो लाख तालाब ही बचे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ग्रेटर नोएडा के ही कई गांवों में भूमिगत जल संकट पैदा हो चुका है। यदि इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो भारी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।यीडा एसीईओ कपिल सिंह ने यीडा क्षेत्र में तालाबों को पुनर्जीवित करने के अभियान की जानकारी पेश करते हुए कहा कि भाषण में बड़ी बड़ी बातें करते रहने से पर्यावरण रक्षा और जल संरक्षण नहीं हो सकता है। आने वाली पीढ़ियां हमें हमारी लापरवाही के लिए क्षमा नहीं करेंगी। कार्यक्रम को जिला वन अधिकारी, अभिष्ट कुसुम गुप्ता, दिनेश कुमार जैन,पी एस जैन आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन राजेश्वरी त्याग राजन ने किया,