निलंबित रिश्वतखोर लेखपाल की एक और काली करतूत आई सामने
पैंतीस हजार रुपए वसूले फिर भी मिल गया विरोधी पक्ष से जिलाधिकारी से लगाई पीड़ित ने न्याय की गुहार

औरंगाबाद( बुलंदशहर ) सत्तर हजार रुपए की रिश्वत वसूलने के आरोप में सस्पेंड भृष्टाचारी लेखपाल की एक और काली करतूत का खुलासा उस समय हुआ जब सोमवार को एक पीड़ित ने जिलाधिकारी से मिल शिकायती पत्र देकर पैंतीस हजार रुपए की रिश्वत वसूलने के बाद भी लेखपाल द्वारा विपक्षियों से सांठगांठ कर उनके पक्ष में ग़लत रिपोर्ट लगा देने का आरोप लगाते हुए न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। जिलाधिकारी ने पीड़ित की शिकायत पर जांच के आदेश जारी किए हैं।
ग्राम चरौरा मुस्तफाबाद निवासी किशन गोपाल पुत्र नत्थी सिंह ने जिलाधिकारी को दिये गये शिकायती पत्र में कहा है कि गांव में उसके पिता के नाम खेत संख्या 646 में आधा हैक्टेयर भूमि है। इस भूमि का दाखिल खारिज भी पूर्व में हो चुका था जो कि राजस्व अभिलेखों में भी दर्ज है। इसके बावजूद गांव के दबंगों ने जमीन पर अवैध कब्जा करने की गरज से भूमि विवादित का बोर्ड लगा दिया था। जिसकी शिकायत उसने तत्कालीन जिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी से की थी । उच्चाधिकारियों ने शिकायत की जांच लेखपाल वेद सिंह को सौंपी और रिपोर्ट तलब की। जांच के लिए पहुंचे लेखपाल वेद सिंह ने पैमाइश का खर्चा साठ हजार रुपए बताया जिसपर उसने पैंतीस हजार रुपए उनको दे दिए थे। लेकिन बाकी पच्चीस हजार रुपए का इंतजाम नहीं हो सका। इसपर लेखपाल ने दूसरे पक्ष से सांठगांठ करके ग़लत रिपोर्ट लगा दी है।
जिलाधिकारी श्रुति शर्मा ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि लेखपाल वेद सिंह ने औरंगाबाद में रामनगर रोड़ पर स्थित एक भूमि की नाप करने की एवज में सत्तर हजार रुपए वसूले और उसके बाद दूसरे पक्ष से सांठगांठ कर दोनों पक्षों को भिडवा दिया था। मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए लेखपाल वेद सिंह को सस्पेंड करा दिया था। आरोपी लेखपाल के खिलाफ जांच जारी है।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल