कलयुगी बहू बेटे ने विकलांग बूढ़े बाप को जबरन घर से निकाल बाप के घर पर कब्जा जमाया
जिलाधिकारी को अपनी व्यथा सुनाते फफक-फफक कर रोया बूढ़ा बाप , न्याय ना मिला तो करेगा बूढ़ा आत्महत्या

औरंगाबाद( बुलंदशहर ) इसे कलयुग की पराकाष्ठा कहें या फिर मानवीय रिश्तों नातों का अवमूल्यन या फिर विधि की विडंबना। एक कलयुगी बेटे बहू ने बूढ़े बाप के मकान पर जबरन कब्जा कर बूढ़े बाप को उसी के घर से बेदखल कर दिया। वह भी तब जब बेटे ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत खुद का घर भी बनाया हुआ है।
मामला बेहद संवेदनशील। कस्बे के मौहल्ला अजीजाबाद जहांगीराबाद रोड़ निवासी नानक चंद पुत्र कंछिद सिंह उम्र लगभग 62 वर्ष जो कि सत्तर फीसदी विकलांग है ने शुक्रवार को जिलाधिकारी श्रुति शर्मा को अपनी व्यथा सुनाते हुए फफक-फफक कर बताया कि उसके बेटे अमित और उसकी पत्नी ममता ने उसे उसी के मकान से मारपीट कर जबरन बेदखल कर दिया है और मकान पर जबरन कब्जा जमा लिया है। पूर्व में भी बहू ममता उसे अनेक बार झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवाने और अपने मायके से बदमाश बुलाकर हत्या करा देने की धमकी देते हुए परेशान करती आ रही है। पीड़ित नानक चंद ने जिलाधिकारी को यह भी बताया कि उसके बेटे अमित का कस्बे में ही प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान मौजूद है। इसके बावजूद उसके बहू बेटे ने उसके मकान को हथिया लिया है। मायूस नानक चंद ने न्याय ना मिलने पर खुद ही मौत को गले लगा लेने की भी बात कही है। पीड़ित ने अपनी व्यथा को मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग,डी जी पी,आई जी, और डी आई जी को भी लिखित रूप से भेजकर मदद की गुहार लगाई है। जिलाधिकारी ने पीड़ित को ध्यान पूर्वक सुना और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल