नकली दूध का कारोबार होता है खाद्म सुरक्षा विभाग के संरक्षण में
अवैध वसूली करने के बाद धंधे से मूंह फेर लेते हैं विभागीय अधिकारी, महीना वसूली करते हैं बेखौफ खाद्म सुरक्षा विभाग के अधिकारी
औरंगाबाद( बुलंदशहर ) सिकंदराबाद में बुधवार को खाद्म सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त विनीत कुमार ने जहरीले सिंथेटिक दूध का बड़ा जखीरा बरामद कर भले ही नष्ट करा दिया लेकिन सिंथेटिक दूध के अवैध कारोबार का असली संरक्षक खुद खाद्म सुरक्षा विभाग बना हुआ है । जानकार सूत्र बताते हैं कि खाद्म सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को पता होता है कि उनके क्षेत्र में कहां कहां नकली सिंथेटिक दूध का निर्माण किया जा रहा है। क्षेत्र भर में फैले उनके खास मुखबिरों से उन्हें पल पल की सूचना मिलती रहती है कि कौन कहां क्या क्या मिलावटी खाद्य पदार्थ, सिंथेटिक दूध, नक़ली मावा मिठाई, नक़ली पनीर अधोमानक नमकीन का निर्माण कर रहा है और कहां कहां सप्लाई कर रहा है।
ऐसा नहीं है कि नकली घटिया सिंथेटिक कारोबार की जानकारी मिलने पर खाद्म सुरक्षा विभाग के मुस्तैद अधिकारी हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहते हैं वो तत्काल उस जगह पर पहुंचकर उसे सैंपल भरने और कठोर कार्रवाई करने का उपक्रम दिखाते हैं । फिर होता है असली काम। साहब का चालक या गाड़ी में साथ बैठा प्राइवेट आदमी (सरकारी मातहत नहीं) धंधे बाज से मामला निपटाने की सलाह देते हुए मीडियेटर का रोल निभाने लगता है। साहब अपनी गाड़ी में बैठ कर डील करने की हरी झंडी दिखा देते हैं। अंत में एक मुश्त मोटी रकम वसूल कर तथा,हर महीने की तय रकम निर्धारित समय पर बिना नागा साहब तक पहुंचा देने की शर्त पर साहब की गाड़ी बिना किसी सैंपल लिए, बिना कोई कार्रवाई किए वापस लौट आती है। और जब तक साहब को महीना पहुंचता रहेगा साहब की खुली आंखों पर पट्टी बंधी की बंधी रहेगी ।वह तो तभी खुलेगी जब किसी कारण महीना ना पहुंच पाए। और धंधे बाज को अपना धंधा चलाते रहना है तो बंधा महीना साहब तक जरुर पहुंच जायेगा ।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार की कार्रवाई इस लिए संभव हो सकी कि सिंथेटिक दूध बनाने वाले लोगों के ही एक नजदीकी बाग़ी साथी ने सिकंदरा बाद के अधिकारी को गोपनीय तरीके से मुखबरी करते हुए सूचना दी थी क्योंकि वो जानता था कि क्षेत्र के खाद्म सुरक्षा अधिकारी को सूचना देने पर कोई कार्रवाई नहीं होगी क्योंकि अवैध वसूली करने वाले बचाते हैं फांसते नहीं। नकली कारोबार पर अंकुश तब लग सकेगा जब क्षेत्र के खाद्म सुरक्षा अधिकारी को भी जिम्मेदार मानकर उसके खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज किया जाये। उससे पहले ऐसे कारोबार पर अंकुश लगाना कोरी मृगतृष्णा सरीखी होगी।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल