सरकारी राशन में डीलरों की मनमानी कटौती
तहसील सदर के गांव देहात में जमकर धांधली कटौती चरम पर
औरंगाबाद (बुलंदशहर ) सार्वजनिक वितरण प्रणाली में राशन डीलरों की मनमानी कटौती चरम पर है । शासन ने प्रति यूनिट पांच किलो ग्राम राशन वितरण के आदेश जारी किए हुए हैं लेकिन किसी जगह चार किलो ग्राम तो किसी जगह साढ़े चार किलो ग्राम प्रति यूनिट राशन वितरण किया जा रहा है पूरा राशन किसी दबंग को मिल जाए तो बात अलग है किसी गरीब व्यक्ति अथवा आम उपभोक्ता को पूरा राशन सपने में भी नहीं मिल सकता हकीकत में तो बिल्कुल भी नहीं।
विकास खंड लखावटी अंतर्गत ग्राम भावसी के उपभोक्ताओं को राशन ग्राम पाली बेगपुर के राशन डीलर के यहां से प्राप्त करना पड़ता है क्योंकि गांव भावसी के राशन डीलर की दुकान विभिन्न अनियमितता पाए जाने के चलते निरस्त कर दी गई थी। ग्राम भावसी के उपभोक्ताओं का कहना है कि उक्त राशन डीलर पांच किलो ग्राम के बजाय सिर्फ चार किलो ग्राम राशन ही प्रति यूनिट वितरित कर रहा है। हालांकि सरकार ने राशन कटौती रोकने की गरज से ई पास वेइंग मशीनें डीलरों के यहां लगवाई हुई हैं लेकिन डीलर ने कपड़े में लपेटकर बाट रखे हुए हैं जिनको राशन के साथ रखकर मनमानी कटौती को अंजाम दिया जाता है। ग्राम पंचायत सचिव विभोर मलिक ने बताया कि राशन वितरण में गड़बड़ी की जांच उनके अंडर में नहीं है। केवल पूर्ति निरीक्षक ही जांच पड़ताल कर सकते हैं। पूर्ति निरीक्षक दीपांकर शर्मा ने मामले से अनभिज्ञता जताते हुए जांच करने की बात कही है। ग्रामीणों का कहना है कि जांच के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है। यदि किसी उच्च अधिकारी सीधे उपभोक्ताओं से संपर्क कर जांच करे तो डीलरों की धांधली पर से पर्दा उठते देर नहीं लगेगी।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल