ग्रेटर नोएडा भी नोएडा प्राधिकरण की राह पर बाज नहीं आ रहे बिल्डरों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी
राजेश बैरागी (स्वतंत्र पत्रकार व लेखक)
ग्रेटर नोएडा: लगभग 9 महीने पहले फ्लैट खरीदार और बिल्डरों की वर्षों से चली आ रही समस्या के सकारात्मक समाधान के लिए लागू अमिताभ कांत समिति के सुझावों पर अमल न करने वाले बिल्डरों को आज ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। ऐसे बिल्डरों की संख्या 27 बताई जा रही है।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी के निर्देश पर आज प्राधिकरण में बिल्डरों के साथ बैठक करते हुए अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सौम्य श्रीवास्तव ने प्रत्येक बिल्डर और उसके प्रोजेक्ट पर बात की। समीक्षा के दौरान मालूम हुआ कि अभी तक कुल 98 बिल्डर परियोजनाओं में से 13 बिल्डरों ने अपने विरुद्ध शेष समस्त धनराशि का भुगतान किया है जबकि 58 बिल्डरों ने 25 प्रतिशत धनराशि का भुगतान कर 9558 फ्लैटों की रजिस्ट्री कराने की अनुमति प्राप्त की है। जिनमें से 6624 फ्लैटों की रजिस्ट्री करा दी गई है।अनुमति मिलने से छः माह तक कोई विलंब शुल्क न लगाने का प्रावधान है। एसीईओ ने शेष बचे फ्लैटों की रजिस्ट्री यथाशीघ्र कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही अमिताभ कांत समिति के सुझावों पर लागू की गई व्यवस्था में अभी तक शामिल नहीं हुए 27 बिल्डरों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के संकेत दिए। ऐसे बिल्डरों को आवंटित भूमि को वापस लेने, परियोजनाओं की आर्थिक अपराध शाखा को जांच सौंपने तथा फॉरेंसिक ऑडिट कराया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एम अपने यहां के बिल्डरों को पहले ही ऐसी चेतावनी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फ्लैट खरीदार की रजिस्ट्री कराने के सख्त निर्देशों के चलते दोनों प्राधिकरणों द्वारा ऐसी कार्रवाई करने से इंकार भी नहीं किया जा सकता है बशर्ते कि भगवान शिव का प्रिय नंदी किसी मामले में अड़कर खड़ा न हो जाए,