विश्वविद्यालय में युवा मंथन मॉडल संयुक्त राष्ट्र का आयोजन किया
ग्रेटर नोएडा: नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय में युवा मंथन मॉडल संयुक्त राष्ट्र का आयोजन किया गया , जो उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत एक अकादमिक सिमुलेशन है ।जिसका उद्देश्य छात्रों को वैश्विक कूटनीति से लैस करना है। इस कार्यक्रम ने युवाओं और युवा वयस्कों को वैश्विक मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर बहस में भाग लेने के लिए एक मूल्यवान मंच प्रदान किया, जिससे उनके सार्वजनिक भाषण, समस्या-समाधान और कूटनीतिक कौशल को निखारा जा सके। विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व पूर्व मंत्री नागमणि कुशवाह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन निश्चित रूप से विद्यार्थियों में लोकतांत्रिक व्यवस्था की समझ विकसित करने तथा इस व्यवस्था में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध होगा। सम्बोधन में लोकतांत्रिक मूल्यों को विश्व कल्याण के लिए महत्वपूर्ण बताया तथा कहा कि भारत ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व में आपसी सहयोग एवं सद्भाव स्थापित करने की दिशा में प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण विभाग के डीन डॉ प्रमोद कुमार ने कहा कि युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी बात रखने का अवसर भी मिलेगा। कहा कि आज के समय में युवाओं को न केवल लोकतांत्रिक व्यवस्था और उससे जुड़ी संस्थाओं को समझना चाहिए, बल्कि उनकी कार्यप्रणाली में सक्रिय भूमिका भी निभानी चाहिए, जो उनके स्तर पर ही संभव है
विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण विभाग की एसोसिएट डीन डॉ. शांति नारायणन ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था जनता के लिए, जनता द्वारा और विश्व कल्याण की नीति पर काम करती है, इसलिए जरूरी है कि इस विचार को पूरे विश्व के स्तर पर स्वीकार किया । युवा मंथन कार्यक्रम समय की मांग है और निश्चित रूप से ऐसे प्रयास और इनमें युवाओं की सक्रिय भागीदारी विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की प्राप्ति सुनिश्चित करेगी।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिक्षक, विद्यार्थी और शोधार्थी मौजूद रहे।