मौहर्रम दस को निकाला गया ताजिया जुलूस
पूरे सम्मान के साथ कर्बला में की गई सुपुर्द-ए-खाक की रस्म अदायगी, पुलिस प्रशासन रहा बेहद चाक चौबंद
औरंगाबाद (बुलंदशहर ) दस मौहर्रम आसूरा को दोपहर दो बजे मौहल्ला सादात स्थित बड़े इमामबाड़े से ताजिया जुलूस का आगाज हुआ। जुलूस का शुभारंभ असगर अब्बास सलमान अली साजिद अली जाहिद अली समीर अली माजिद अली कासिम अली फातिम मौज्जिज ने मर्सिया पढ़ते हुए किया। जुलूस की अगुवाई अलम उठाये लोग कर रहे थे। जुलूस में शामिल शिया शोगवार शोक के प्रतीक काले वस्त्र धारण कर नंगे पैरों मर्सिया गाते मातम करते और हजरत इमाम हुसैन साहब की शहादत को याद करते चल रहे थे।
बड़े इमामबाड़े से चल कर जुलूस मौहल्ला स्याना सिकंदरा,नयी बस्ती, कल्याण मंडप होता हुआ सैयद जाफर कब्रिस्तान पहुंचा जहां कुछ छण ताजिया रखा गया और उसके बाद कर्बला पहुंचाया गया जहां शोगवारों ने जोरदार मातम करते हुए पूरे सम्मान और रीति रिवाजों के अनुरूप सुपुर्द ए खाक की रस्म अदायगी की । तबर्रूक तकसीम कर जुलूस का समापन किया गया।
जुलूस के मद्देनजर पुलिस प्रशासन बेहद चौकन्ना हो कर कड़ी चौकसी बनाये रहा। नायब तहसीलदार ललित नारायण प्रशांत,लेखपाल वेद वीर सिंह, थाना प्रभारी विनोद कुमार कस्बा चौकी इंचार्ज विनोद कुमार अहलावत,एस एस आई मुनेंद्र कुमार, सारे रास्ते साथ रहकर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रहे। इस अवसर पर हजारों लोग मौजूद रहे।
इससे पूर्व मंगलवार की देर रात में ताजिया जुलूस निकाला गया और बुधवार सुबह लगभग सात बजे बड़े इमामबाड़े में पहुंच कर संपन्न हुआ।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल