पर्यावरण संरक्षण समिति के राष्ट्रीय विधिक सलाहकार हरवीर सिंह के जन्मदिवस 1 जुलाई से चलाई जाएगी एक लाख पौधारोपण की मुहिम
पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण जरूरी- घनश्याम पाल
बिलासपुर:पर्यावरण संरक्षण समिति के संस्थापक घनश्याम पाल ने बिलासपुर में स्थित डमरू अतिथि कक्ष में पत्रकार वार्ता में बताया कि ग्रेटर नोएडा स्थित नॉलेज पार्क प्रथम में पर्यावरण संरक्षण समिति राष्ट्रीय विधिक सलाहकार के जन्मदिवस पर चलाई जा रही एक लाख पौधारोपण की मुहिम का श्रीगणेश सोमवार 1 जुलाई को 5 बजे को किया जाएगा।
इस दौरान पर्यावरण संरक्षण समित के संस्थापक घनश्याम पाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजसेवी संजय नवादा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कपिल प्रधान पीपलका के निर्देशन पर गत वर्ष की तरह जुलाई में एक लाख पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। जिसकी शुरुआत विधिक सलाहकार हरवीर सिंह के जन्मदिवस सोमवार एक जूलाई श्रीगणेश होने जा रही है । जिसमें पर्यावरण संरक्षण समिति टीम कोषाध्यक्ष नूर मोहम्मद, वरिष्ठ टीम पदाधिकारी अजय नागर, कविंद्र सरपंच, सोनिया शर्मा, रमाकांत शर्मा आदि के नेतृत्व में मुख्य पदाधिकारी अमित नागर नवादा, रिंकू पहलवान, समाज सेवी हरेंद्र उर्फ बबलू नागर, मास्टर शंकर, विश्वजीत विषु, हिमांशु शर्मा, सूरज भाटी, देवेश भाटी, प्रशांत नागर, कविंद्र सरपंच, बबलू नागर एडवोकेट आदि सहभागिता सुनिश्चित करेंगे ।
उन्होने बताया इस मौके पर मीडिया पार्टनर पत्रकार एवं सामाजिक चिंतक नंद गोपाल वर्मा, सोनू नागर नंबरदार, हरि बाबा, खालिद सैफी, सफी मोहम्मद सैफी, विशाल दुबे, वारिस अली, पंकज त्यागी, सीएल मौर्य, विवेक नागर, मुस्तकीम खान, हरीश शर्मा, दीपक शर्मा, इलियास दनकौरी, आशीष सिंघल, ओम प्रकाश गोयल, मनोज तोमर, ‘भारत भूषण, रोहित प्रियदर्शनी, टीकम सिंह, दिग्विजयसिंह, सुभाष नागर, ओम प्रकाश चौहान, नेम सिंह मोमनाथल 10 न्यूज टीम, सौरभ अग्रवाल, निर्भय, नरेंद्र भाटी, राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद रजिस्टर्ड लखनऊ टीम स्पीड इंडिया न्यूज़ टीम पर्यावरण संरक्षण समिति के नेतृत्व में सोमवार को पौधारोपण के लिए आमंत्रित करती है
इन्होंने कहा कि मानव जीवन पूर्ण रूप से स्वस्थ तभी होगा जब कदम-कदम पर पौधे लगेंगे। पौधरोपण जीवन के लिए बेहद जरूरी है। आक्सीजन देने वाले पौधों की महत्ता को दरकिनार नहीं किया जा सकता। हमें मुफ्त में आक्सीजन पेड़-पौधे ही देते हैं। बढ़ती जनसंख्या और घटते पेड़-पौधे मानव जीवन के अस्तित्व पर सवा खड़ा कर रहे हैं। पर्यावरण संतुलन से ही मानव सुरक्षित व खुशहाल रहेगा। आक्सीजन तो हम बिना किसी रूकावट के लेते हैं तो फिर पौधरोपण के प्रति उदासीनता क्यों ? सुखद स्वास्थ में जब बाधा आती है तो शरीर को दिक्कत महसूस होने लगती है। मौजूदा आबादी को भरपूर आक्सीजन देने के लिए पेड़-पौधों की संख्या नाकाफी साबित हो रही है। यदि समय रहते हम न चेते तो बहुत देर हो जाएगी। इस असंतुलन से ही पर्यावरण प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। प्रकृति मानव को मुफ्त में आक्सीजन समेत अनेक उपहार देती है। मानव भाग-दौड़ की आपाधापी में पेड़-पौधों की महत्ता को ऐसे भूला देता जैसे उसके जीवन में पेड़-पौधों का कोई महत्व ही नहीं है। मानव का यह नैतिक धर्म होना चाहिए कि पर्यावरण को संतुलित बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधों का रोपण करना होगा। पौधे हमें न सिर्फ आक्सीजन देते बल्कि फूल, फल, औषधि व इमारती लकड़ियां भी देते हैं। पौधों को खुद रोपने के लिए तत्पर हों और आसपास के लोगों को भी इस नेक कार्य के लिए प्रेरित करें। जब तक जन-जन में जागरुकता नहीं आएगी हम सभी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाएंगे। उठिए, तत्पर रहिए और पौधरोपण के नेक कार्य के लिए कदम बढ़ाइए। आप पौधा लगाइए हम आपका संदेश समाज तक पहुंचाएंगे।