बागपत

शिव महापुराण कथा बागपत में की ब्रह्मचारी उद्धव स्वरूप महाराज ने शिरकत

बागपत(उत्तर प्रदेश) बागपत शहर में प्रथम शिव महापुराण महायज्ञ के सातवें दिन सुबह शिव पूजा के उपरांत भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया गया जिसमें मुख्य यजमान कविंद्र तोमर बड़ौत, वासु शर्मा गाजियाबाद, हेमराज दिल्ली, अंकुर गोयल बागपत रहे। शाम के समय प्रसिद्ध कथा वाचक निशान ज्योतिष गुरु मनोज जोशी जी के मुखारविंद से शिव महापुराण कथा कही गयी। कथा में जगतगुरु शंकराचार्य आश्रम पक्का घाट के प्रभारी श्री ब्रह्मचारी उद्धव स्वरूप महाराज जी और आचार्य श्री हीरालाल जी ने शिरकत की और अपने मुखारविंद से सनातन धर्म के शिव प्रेमियों को बहुत अच्छे सुंदर प्रवचन सुनाये। मनोज जोशी जी ने कथा में बताया कि शिवजी के द्वारा तीन राक्षस हुए जो तीनों एक दूसरे के भाई थे, जिनका काम राक्षस प्रवृत्ति का था इसलिए उनका नाम त्रिपुरा सुर पड़ गया। जब उन्होंने देवता पर घोर अत्याचार किया तो भोलेनाथ ने रूद्र रूप धारण करके उनका वध किया। जालंधर वध, तुलसी का नारायण को श्राप, बाणासुर कृपा, महिषासुर्वे गजसुर का उद्धार बहुत ही विस्तार से भक्तजनों को सुनाया। कथा में बागपत शहर के भक्तजन संदीप वशिष्ठ सभासद, नीरज शर्मा बड़ौत, रमेश वर्मा, संजय वर्मा, शिवकुमार गुप्ता, सतीश गुप्ता, सत्य प्रकाश किराना स्टोर, कमल वर्मा, रामू हवाई, राकेश श्याम बिहारी, अशोक सोखी हवाई, बिन्नू नमकीन वाले, भूपेंद्र चौहान कस्बा, गौरव शर्मा कस्बा, युद्धवीर चौहान कस्बा, नितिन वर्मा, मोनू कश्यप सब्जी वाले, राजवीर चौहान सभासद, अजय शर्मा कस्बा, मठाधीश प्रशांत भारद्वाज, कुलदीप भारद्वाज, ब्रजमोहन भारद्वाज, डॉक्टर नरेन्द्र, माधव गोपाल, राजू चौहान, प्रकाश चौधरी, अजय शर्मा, सुभाष गुप्ता, मनोज गोयल, राजेन्द्र कुमार शर्मा, दीपिका गोयल, हेमलता शर्मा व बागपत सनातन धर्म के शिव भक्त उपस्थित रहे।

रिपोर्टर विवेक जैन

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