आंगनबाड़ी गीत बनाएं और कार्यक्रमों में गाएं- राज्यपाल आनंदी बेन पटेल
राजेश बैरागी( स्वतंत्र पत्रकार व लेखक)
ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सरकार द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक कार्यक्रमों में आंगनबाड़ी में कार्यरत महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए आंगनबाड़ी कार्यक्रम पर एक गीत बनाने तथा कार्यक्रमों में उस गीत को कर्मचारियों और बच्चों द्वारा सामूहिक रूप से गाने का सुझाव दिया है। श्रीमती आनंदी बेन पटेल आज शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय में आयोजित 710 आंगनबाड़ी कार्यकत्री महिलाओं को प्री स्कूल किट वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
जनपद गौतम बुद्ध नगर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को और अधिक सुविधा संपन्न बनाने के उद्देश्य से आज उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा शारदा यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा में आंगनबाड़ी केंद्रों हेतु 710 प्री स्कूल किट वितरित की गई, जिसमें ट्राई साइकिल, रीडिंग हॉर्स एबीसीडी सेट, एनिमल सेट, ब्लैक सेट चेयर्स स्टोरी बुक, रिंग क्ले समिति अन्य सामग्री है। इसके साथ ही 3 गर्भवती महिलाओं और 2 बच्चों को पोषण पोटली प्रदान की गई, जिसमें पौष्टिक आहार शामिल था।इस अवसर पर राज्यपाल द्वारा किट वितरण कार्यक्रम में सहयोग करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
राज्यपाल महोदया ने अपने सम्बोधन में समाज के उत्थान में आ० बा० कार्यकत्रियो की महती भूमिका का उल्लेख करते हुए जनपद में संस्थागत प्रसव में उल्लेखनीय वृद्धि को आधुनिक समाज की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। राज्यपाल महोदया ने कहा कि बच्चों के इस प्रकार के कार्यक्रमों में विभागीय कार्यों को समाहित करते हुए एक गीत तैयार कराना चाहिए और कार्यक्रम के दौरान समस्त विभागीय कर्मचारी और बच्चों के द्वारा इस गीत का गायन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से ऐसे आयोजनों में बच्चों के द्वारा कार्यक्रम का संचालन कराया जाए, जिससे बच्चों में आत्मविश्वास जागृत हो और उन्हें सीखने का अवसर भी मिल पाए। उन्होंने कहा कि सरकार बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार और समाज को सबसे पहले आंगनबाड़ी पर ध्यान देना चाहिए जब हमारी नीव मजबूत होगी तब ही हम विकसित भारत बना सकते है। विकसित देश उसे कहेंगे जहां सबसे ज्यादा लोग पढ़े लिखे हो। शोध से पता चला है विश्व में 7-8 आयु के बच्चे 80 प्रतिशत तक सब कुछ सीख जाते बाकी का 20 प्रतिशत की सिखने में पूरी जिंदगी लग जाती है। बच्चो को संस्कार स्कूल और घर में मिलता है इसलिए ऐसा माहौल बनाए, जिससे उन्हें अच्छा संस्कार मिल सके। आंगनबाड़ी केंद्र जैसी स्वस्थ, स्वच्छ सुंदर कोई संस्था नही है।
इस अवसर पर माननीय सांसद डॉक्टर महेश शर्मा व जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में शारदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पीके गुप्ता, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रवींद्र कुमार सिन्हा,मुख्य विकास अधिकारी जनार्दन सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन मंगलेश दुबे, जिला कार्यक्रम अधिकारी पूनम तिवारी, अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां उपस्थिति रही।